देवघर: लंबे समय से स्थायीकरण व वेतनमान की मांग को लेकर आंदोलनरत रहे झारखंड के 65 हजार पारा शिक्षकों (Para Teacher)
को राज्य के पहले मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का सपोर्ट मिल गया है।
भाजपा विधायक दल के नेता बाबूलाल मरांडी ने पारा शिक्षकों के मामले को लेकर झारखंड सरकार पर निशाना साधा है।
झारखंड के पारा शिक्षकों को ठगना बंद करे हेमंत सरकार
बाबूलाल मरांडी ने राज्य की हेमंत सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा है कि सरकार पारा शिक्षकों (Para Teacher) के साथ ठगी करने का काम कर रही है।
उन्होंने कहा कि सरकार को पारा शिक्षकों (Para Teacher) के हित में ठोस कदम उठाने चाहिए।
बाबूलाल मरांडी देवघर भाजपा के जिला महामंत्री अधीरचन्द्र भैया के आवास कजरा टंडेरी पहुंचे थे, जहां भाजपा जिला महामंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी का स्वागत किया। मौके पर देवघर विधायक नारायण दास समेत कई लोग उपस्थित थे।
सरकार ने वोट की राजनीति की
मौके पर पूर्व मुख्यमंत्री ने विधानसभा में नमाज के लिए अलग कमरा आवंटन को लेकर भी हेमंत सरकार को कठघरे में खड़ा किया।
कहा भारतीय संविधान में कहीं भी इस बात का उल्लेख नहीं है कि धर्म के नाम पर किसी संस्थान में अलग से कमरा आवंटित किया जाए।
हेमंत सरकार ने झारखंड विधानसभा में नमाज पढ़ने के लिए अलग कमरा आवंटित कर गलत परंपरा की शुरुआत की है।
आरोप लगाया कि हेमंत सोरेन ने कमरा आवंटित कर सिर्फ वोट की राजनीति को अंजाम दिया है, भाजपा इसका पुरजोर विरोध करती है।
विधि-व्यवस्था को लेकर सरकार को घेरा
वहीं, झारखंड की विधि-व्यवस्था पर सरकार को घेरते हुए कहा कि पुलिस जनता के लिए काम ना कर सरकार की एजेंट बनकर काम कर रही हैं। कहा कि हेमंत सरकार में औरतों की आबरू व इज्जत सुरक्षित नहीं है।
जिस तरह के हालात हैं उससे यह साफ समझा जाता है कि हेमंत सरकार के बूते महिलाओं की सुरक्षा नहीं छोड़ी जा सकती।
सरकार को झारखंड की खनिज संपदाओं को सहेजना चाहिए लेकिन इसके उलट सरकार के इशारे पर पुलिस बालू माफिया, पत्थर माफिया, कोयला माफिया व खनिज संपदा का दोहन करने में जुटी हुई है।