रांची: कोराना काल में जान गंवाने वाले पारा शिक्षकों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपए का सहयोग दें।
साथ ही अपने वादे को पूरा करते हुए पारा शिक्षक कल्याण कोष के गठन एवं पारा शिक्षकों की नियमावली निर्माण पर अविलम्ब निर्णय ले हेमंत सरकार।
ये मांग झारखंड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ की राज्य इकाई की ऑनलाइन हुई बैठक में उठी है।
बैठक की अध्यक्षता प्रदेश अध्यक्ष मो सिद्दीक शेख़ एवं संचालन प्रदेश महासचिव विकास चौधरी ने किया।
56 से ज्यादा पारा शिक्षकों की हो गई मौत
प्रदेश अध्यक्ष मो. सिद्दीक शेख़ एवं महासचिव विकास चौधरी ने कहा है कि वैश्विक महामारी में भी पारा शिक्षकों को समय पर मानदेय देकर हेमंत सोरेन की सरकार ने किसी के सामने झुकने नहीं दिया, इसके लिए धन्यवाद, मगर कोराना काल में ही राज्य के 56 से अधिक पारा शिक्षकों की मौत हो गई, जिससे पीड़ित परिवारों का भविष्य अंधकारमय हो गया है।
कल्याण कोष का गठन हो जाने से पीड़ित को कुछ राहत मिलती, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है।
दोनों ने मुख्यमंत्री से कोराना काल में मृत पारा शिक्षकों के परिवारों को पांच लाख रुपए सहयोग देने की मांग की है।
साथ ही आग्रह किया कि अपने वादे को पूरा करते हुए पारा शिक्षक कल्याण कोष एवं पारा शिक्षकों की नियमावली निर्माण पर अविलम्ब निर्णय लें।
संघ के प्रधान सचिव सुमन कुमार सिंह के धन्यवाद ज्ञापन के साथ बैठक संपन्न हुई।
बैठक में मुख्य रूप से राज्य के प्रधान सचिव सुमन कुमार सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष मुकेश कुमार साह, सुखदेव कुमार गिरिडीह, सुशील कुमार झा, रितेश राय देवघर, अशोक साह साहेबगंज, अशोक चक्रवर्ती, असफाक शेख़, जितेंद्र कुमार सिंह , संजय सिंह, रविंद्र कुमार, राजीव कुमार सिंह धनबाद, मोबीन अहमद पलामू, नीरज कुमार, कमल किशोर दे गोड्डा, भरत स्वर्णकार, आलमजी जामताड़ा, रामजी यादव चतरा, हरेकृष्ण सिंह, युधिर मंडल दुमका, संजय पांडे, दिलशाद अहमद बोकारो, बिंदेश्वरी यादव, मिथिलेश सिंह गुमला, संजय पाठक, नेली लूकस खूंटी, फिरोज अहमद रामगढ़, अमरेश विश्वकर्मा, सीमा कुमारी पश्चिम सिंहभूम मौजूद थे।
बैठक में लिये गए कई अहम फैसले
01- राज्य के अधिकतर जिलों में शून्य बायोमीट्रिक के आधार पर रोके गए मानदेय भुगतान हेतु राज्य परियोजना कार्यालय से झारखण्ड राज्य प्रशिक्षित पारा शिक्षक संघ लगातार सम्पर्क बनाये हुए है।
लॉकडाऊन समाप्ति पर एक प्रतिनिधिमंडल रांची जाएगा, यह निर्णय लिया गया।
02- कोराना काल में हताहत हुए पारा शिक्षकों की सूची, शून्य बायोमीट्रिक के आधार पर रोके गए पारा शिक्षकों की सूची, अप्रशिक्षित पारा शिक्षकों की सूची, प्रखंडवार उपलब्ध करके सरकार को कार्रवाई हेतु प्रेषित की जाएगी।
03- कोविड सेन्टर या मजिस्ट्रेट की ड्यूटी में लगाये पारा शिक्षकों को फ्रंटलाइनर घोषित करते हुए उनका 50 लाख का बीमा कराया जाए और उन्हें एक माह का अतिरिक्त मानदेय भी दिया जाए। ये मांग मुख्यमंत्री तक पहुंचाने का निर्णय लिया गया।