मेदिनीनगर: राज्य के 65 हज़ार पारा शिक्षकों ने आंदोलन की समीक्षा करते हुए कहा कि अगर हेमंत सरकार 15 नवंबर को पारा शिक्षकों के स्थायी करने की घोषणा नहीं करती है तो 16 नवंबर से आंदोलन को तेज किया जाएगा।
एकीकृत पारा शिक्षक मोर्चा की बैठक बीआरसी सूदना परिसर में रविवार को हुई जिसमें आंदोलन का फैसला लिया गया है।
प्रदेश सचिव सिंटू सिंह ने कहा कि 15 नवंबर तक सभी पारा शिक्षक वेट एंड वॉच में है।
इससे पूर्व सरकार ने हम लोगों को 3 महीने के अंदर स्थायीकरण करने की घोषणा की थी। आज 2 वर्ष बीतने को है, परंतु अभी तक नियमावली घोषित नहीं करना दुर्भाग्यपूर्ण है।
15 नवंबर की घोषणा नहीं हुई तो 16 नवंबर से रांची के मोहराबादी मैदान में घेरा डालो डेरा डालो आंदोलन की शुरूआत की जाएगी जिसमें राज्य भर के पारा शिक्षक शामिल होंगे।
उन्होंने मुख्यमंत्री से मांग की है कि पारा शिक्षक शिक्षा विभाग की रीढ़ हैं। पारा शिक्षकों की लंबित मांग को राज्य स्थापना दिवस पर पूरा किया जाए, अन्यथा आंदोलन मजबूरी होगी जिसकी तैयारी पूरी कर ली गई है।
मिथिलेश उपाध्याय ने कहा कि झारखंड सरकार पारा शिक्षकों से जो वादे किये हैं, उसपर खरा नहीं उतर रही है।
यह पारा शिक्षकों के साथ छलावा कर रही है। बैठक में मनोज सिंह, महेश मेहता, राणा मनीष सिंह, पप्पू पटेल, विजय बहादुर सिंह, अब्दुल अली हसन, विकाश मिश्र, मुरारी समेत आदि उपस्थित थे।