मुंबई: एंटेलिया केस में हर रोज नए ट्विट आ रहा है। पूर्व मुंबई पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की उद्धव ठाकरे को लिखी चिट्ठी को लेकर महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल आया हुआ है।
जहां भाजपा महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रही है वहीं अब शिवसेना ने भाजपा पर ही आरोप लगा दिया है।
शिवसेना ने अपने मुखपत्र में लिखा कि देवेंद्र फडणवीस दिल्ली में पीएम नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मिलने दिल्ली गए थे, उसके अगले ही दिन परमबीर सिंह की चिट्ठी लीक हो गई।
शिवसेना ने लिखा कि फडणवीस मोदी और शाह से मिले और उसके दो दिन बाद परमबीर सिंह ने ऐसा पत्र लिख डाला और यह लीक हो गया।
पत्र को लेकर विपक्ष जो हंगामा कर रहा है वो किसी साजिश का हिस्सा ही लग रहा है।
शिवसेना ने भाजपा को चेतावनी दी कि महाविकास अघाड़ी के पास आज भी बहुमत है और अगर बहुमत पर हावी होने की कोशिश करोगे तो आग लगेगी।
शिवसेना ने सामना में लिखा कि भाजपा बेवजह परमबीर सिंह के मुद्दे को तूल दे रही है और इसे ढाल बना रही है।
शिवसेना ने कहा कि अगर ऐसे ही हम सभी मंत्रियों से इस्तीफा लेते रहे तो सरकार चलाना मुश्किल हो जाएगा।
शिवसेना ने कहा कि कभी भाजपा ही परबीर सिंह को भरोसेमंद अधिकारी नहीं मानती थी लेकिन आज वो उसी की इस्तेमाल कर रही है।
शिवसेना ने कहा कि परमबीर ने पद से हटते ही गृह मंत्री अनिल देशमुख पर आरोप लगा दिए, उससे पहले वो खामोश क्यों थे।
शिवसेना ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने परमबीर पर कार्रवाई की इसलिए उसने अनिल देशमुख पर सचिन वाजे को 100 करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य दिया जैसे आरोप लगाया।
शिवसेना ने कहा कि इसमें कोई संदेह नहीं कि पद पर रहते हुए परमबीर सिंह ने अपनी जिम्मेदारी काफी अच्छे से निभाई है।
वह एक धड़ाकेबाज अधिकारी हैं और सुशांत सिंह राजपूत और कंगना रनौत मामले को बेहतरीन ढंग से संभाला लेकिन एंटीलिया मामले में सरकार को पत्र लिखकर मंत्री को कटघरे में खड़ा करना यह ठीक नहीं।