नई दिल्ली : केंद्र सरकार वाहनों मे लगने वाले फास्टैग का मल्टीपर्पज इस्तेमाल करने की दिशा में काम कर रही है।
तकनीकी अड़चनों को दूर करने के बाद करोड़ों वाहन चालक फास्टैग की मदद से पेट्रोल-डीजल-सीएनजी भरवा सकेंगे बल्कि इससे पार्किंग की सुविधा भी मिलेगी।
कोरोना काल में फास्टैग की मदद से दो गज की दूरी का पालन किया जा सकेगा। सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि पिछले साल टोल टैक्स वसूली में दो गज की दूरी में फास्टैग कारगार साबित हुआ है।
इससे टोल प्लाजा कर्मी व चालक बगैर संपर्क में आए टैक्स भुगतान कर सके।
15 फरवरी से सभी टोल प्लाजा की समस्त लेन को फास्टैग अनिवार्य कर दिया गया है। उन्होंने बताया कि फास्टैग को पार्किंग का भुगतान करने के लिए प्रयोग में लाया जाएगा।
इसके तहत हैदराबाद, बेंगलुरु एयरपोर्ट मे पॉयलट प्रोजेक्ट शुरू किया गया था। इसकी सफलता के बाद अगले चरण में दिल्ली एयरपोर्ट पर फास्टैग से पार्किंग शुल्क भुगतान करने की सुविधा शुरू की जाएगी।
अधिकारी ने बताया कि दिल्ली के कनॉट प्लेस में भी इस योजना को शुरू किया जाएगा। इसके बाद मुंबई, कोलकाता, चेन्नई सहित में देश के दूसरे शहरों इसका विस्तार किया जाएगा।
अधिकारी ने बताया कि फास्टैग से पेट्रोल-डीजल भरवाने की सुविधा शुरू होगी। उन्होंने बताया कि प्वाइंट आफ सेल मशीन की मदद से चालक पेट्रोल-डीजल का भुगतान कर सकेंगे।
क्योंकि वाहन की विंड स्क्रीन पर लगे सरकार के फास्टैग में रेडियो फ्रीक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन (आरएफआईडी) तकनीक है।
जिससे हेड हेल्ड डिवाइस की मदद से सभी प्रकार के भुगतान कर सकेंगे।
इसके अलावा जगह-जगह लगे रीडर वाहन से घंटे के हिसाब से शुल्क लिया जाएगा। भुगतान प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही उपभोक्ता के मोबाइल पर एसएमएस आ जाता है।