Hot food will not be Available at Railway Stations.: भारतीय रेलवे यात्रियों (Indian Railway Passengers) की सुरक्षा के लिए हर तरह से तत्पर रहता है। हम जानते हैं कि देशभर में प्रतिदिन लाखों यात्री ट्रेन से यात्रा करते हैं।
कई प्रवासी प्रतिदिन ट्रेन से स्टेशन आते-जाते हैं और ट्रेन पकड़ते हैं। भारतीय रेलवे के देशभर में हजारों स्टेशन हैं। रेलवे स्टेशनों पर कई तरह के खाने के स्टॉल होते हैं, ताकि सफर करने वाले यात्रियों को यहां खाना मिल सके।
लेकिन अब रेलवे स्टेशनों पर स्थित फूड स्टॉल पर गर्म खाना नहीं मिलेगा। दरअसल रेलवे प्रशासन ने रेलवे Platform पर खाद्य विक्रेताओं के साथ-साथ स्टेशन कैंटीन में खाना पकाने के लिए विक्रेताओं द्वारा एलपीजी गैस के उपयोग पर प्रतिबंध लगा दिया है।
इस फैसले पर पिछले दो दिनों से अमल शुरू हो गया है। कहा गया है कि यात्रियों की सुरक्षा के लिए यह फैसला लिया गया है। चूंकि रेलवे स्टेशनों पर भारी संख्या में लोगों का आवागमन रहता है। इसलिए उनकी सुरक्षा के लिए ये फैसला लिया गया है। प्लेटफ़ॉर्म पर केवल फूड स्टॉल और रेस्तरां को इलेक्ट्रिक चूल्हा का उपयोग करने की अनुमति है।
वहीं यात्रियों की सुरक्षा के लिए लंबी दूरी और अन्य रेलवे ट्रेनों में गैस का उपयोग करके खाना पकाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। पुणे रेलवे स्टेशन पर 32 स्टॉल और 5 उपहार दुकानें हैं।
रेलवे प्रशासन ने दो दिन पहले ही उन्हें पत्र भेजकर फैसले पर अमल करने को कहा है। यह भी चेतावनी दी गई है कि यदि गैस से खाना पकाया गया तो संबंधित Restaurant संचालक या खाद्य विक्रेता का लाइसेंस निरस्त कर दिया जाएगा। ऐसे में अब खाद्य विक्रेताओं को बाहर से खाना तैयार कर यात्रियों को परोसना होगा। रेलवे के इस फैसले से नाराजगी का माहौल है।
क्योंकि विक्रेताओं का कहना है कि गैस बंद होने से यात्रियों को ठंडा खाना मिलेगा। मध्य रेलवे के पुणे डिवीजन ने यह फैसला लिया है। इसके मुताबिक उपनगरीय स्टेशनों के प्लेटफॉर्म पर सभी तरह के खाना पकाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया।
उपनगरों को छोड़कर सभी स्टेशनों पर बिजली के उपकरणों से खाना पकाया जाएगा। रेलवे ने सभी लाइसेंस प्राप्त फूड प्लाजा, फास्ट फूड स्टॉल, जन आहार कैंटीन, चाय स्टॉल और अन्य खाद्य विक्रेताओं को Platform पर खाना बनाना बंद करने का निर्देश दिया है।