पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज मधुबनी जिले के जयनगर में कमला नदी पर बराज निर्माण कार्य तथा कमला बलान बांया एवं दांया तटबंध के उच्चीकरण,
सुदृढ़ीकरण एवं पक्कीकरण कार्य फेज-1 (पिपरा घाट से ठेंगहा पुल तक आठ किमी की लंबाई में) का रिमोट के माध्यम से कार्यारंभ किया।
इस अवसर पर डीबी कॉलेज मैदान में आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अभी कार्यक्रम की शुरुआत के पूर्व हमने निर्माण कार्य स्थल पर जाकर निरीक्षण किया।
हम पहले भी इस स्थल का मुआयना कर चुके हैं। शहर में रेल लाइन के ऊपर आरओबी निर्माण के लिए हमने जिलाधिकारी को निर्देश दिया है।
आरओबी निर्माण के लिए ब्रिज का फंड रेल मंत्रालय देता है और एप्रोच का खर्च राज्य सरकार वहन करती है लेकिन हमने कहा है कि इसके लिये रेल मंत्रालय तैयार हो या नहीं हो, राज्य सरकार अपनी तरफ से ही आरओबी का निर्माण करायेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कमला नदी पर बियर का निर्माण 197 में हुआ था, जो आज उतना इफेक्टिव नहीं है। इसके लिये हमलोगों ने फैसला किया कि कमला नदी पर बराज का निर्माण कराया जायगा और आज इसका कार्यारंभ भी हो रहा है।
इससे पानी का फ्लो ठीक रहेगा, नियंत्रित रहेगा और सिंचाई के लिए भी इसकी उपयोगिता होगी। कमला नदी के बायें और दायें तटबंध को काफी नुकसान हुआ था।
उन्होंने कहा कि 12 जुलाई, 219 को हमने इसका एरियल सर्वे किया था। 13 जुलाई को सभी विधायकों एवं विधान पार्षदों के साथ जल-जीवन-हरियाली अभियान को लेकर 8 घंटे तक विचार विमर्श कर इस अभियान की शुरुआत की थी।
वर्ष 22 में भी हमने इसका निरीक्षण किया था। उन्होंने कहा कि पिपराघाट से ठेंगहा पुल तक कुल आठ किमी की लंबाई में तटबंध का उच्चीकरण किया जायेगा और उसकी भी शुरूआत हो गयी है।
उन्होंने कहा कि हमलोग बाढ़ से राहत दिलाने के लिये काम कर रहे हैं। पहले बाढ़ राहत का काम नहीं होता था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 27 में बाढ़ से 22 जिले प्रभावित हुये थे, सभी जगह राहत पहुंचाई गयी थी। बाढ़ पीड़ितों के लिए हम एक-एक काम करते हैं।
हमने शुरु से कहा है कि राज्य के खजाने पर सबसे पहला अधिकार आपदा पीड़ितों का है। हमने उसी समय एक-एक क्विंटल अनाज देना शुरू किया तो हमें दरभंगा में क्विंटलिया बाबा कहा जाने लगा। बाढ़ प्रभावित परिवारों के खाते में 6 हजार रुपये सहायता के लिए भेजे जाते हैं।
उन्होंने कहा कि बिहार में बाढ़ की समस्या नेपाल की वजह से है। नेपाल की नदियों में अधिक पानी आने से यहां की नदियों का जलस्तर बढ़ जाता है।
इससे राज्य के कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न होती है। जल संसाधन विभाग के अंतर्गत सिंचाई और बाढ़ से बचाव के कार्य को दो अलग भागों में बांटा गया,
इससे सिंचाई का कार्य भी बेहतर ढंग से संचालित हो रहा है और बाढ़ नियंत्रण के लिए भी ठीक ढंग से काम किया जा रहा है। सात निश्चय-2 के अंतर्गत हमने हर खेत तक सिंचाई का पानी पहुंचाने का निर्णय लिया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने इस डीबी कॉलेज की समस्याओं के बारे में बातें रखी हैं। इसको लेकर शिक्षा मंत्री से बात करेंगे और इस कॉलेज के बेहतर भवन निर्माण और पठन-पाठन को लेकर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि यहां बताया गया कि डीबी कॉलेज की हालत बहुत खराब है। हमारा काम है आपकी सेवा करना। सेवा करना ही हमारा धर्म है, हम समाज के हर तबके के उत्थान के लिये काम करते हैं। हमने किसी की उपेक्षा नहीं की है।
महिलाओं के उत्थान के लिए कई कदम उठाए गए हैं। हमने जीविका समूह का गठन किया। इसका नामकरण हमारा ही किया हुआ है, केन्द्र सरकार ने इससे प्रभावित होकर आजीविका समूह बनाया।
हमने लड़कियों के लिये साइकिल योजना एवं पोषाक योजना शुरू की। लड़कों की मांग पर उनके लिये भी साइकिल योजना आरंभ की गयी। पिछले साल मैट्रिक परीक्षा में लड़कियों की संख्या लड़कों से ज्यादा हो गयी। लड़कियां अगर शिक्षित होंगी तो प्रजनन दर भी घटेगा।
जब हमने काम संभाला था उस समय राज्य का प्रजनन दर 4.3 था, जो अब घटकर तीन हो गया है और हमलोग इसी प्रकार कोशिश करेंगे तो यह घटकर दो पर आ जाएगा।
लड़कियां शिक्षित होंगी तो आबादी भी नियंत्रित होगी। इसको भूलियेगा मत। 215 में आपकी ही मांग पर हमने कहा था कि अगर फिर से काम करने का मौका मिला तो शराबबंदी लागू करेंगे और हमने शराबबंदी लागू की।
एक बार फिर से हम अभियान आरंभ करने वाले हैं। 22 दिसम्बर से शराबबंदी के पक्ष में अभियान चलाएंगे। महिलाओं से अनुरोध है कि शराबबंदी के अभियान को सफल बनायें।
कार्यक्रम की शुरुआत के पूर्व मुख्यमंत्री ने कार्यारंभ स्थल कमला बराज जाकर स्थल निरीक्षण किया एवं अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये।
कार्यारंभ स्थल से लौटने के क्रम में मुख्यमंत्री ने जयनगर शहर में रेलवे स्टेशन के समीप भी स्थल निरीक्षण किया और इसके संबंध में विस्तृत जानकारी ली। उन्होंने आरओबी के निर्माण के संबंध में जिलाधिकारी को निर्देश दिया।