पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आह्वान पर जीवन भर शराब नहीं पीने की शपथ लेने वाले सरकारी अधिकारी और जनप्रतिनिधि इन दिनों शराब के नशे में धुत पाए जा रहे हैं।
हाल ही में ऐसे दो वाकए सामने आए है जहां कृषि विभाग का एक अधिकारी और एक गांव का मुखिया शराब के नशे के धुत पाए गए थे तथा इसी हालत में वाहन चला रहे थे।
पहली घटना अरवल जिले में हुई है जब बिहार कृषि विभाग के एक अधिकारी ने शुक्रवार शाम महंदिया थाना क्षेत्र के जय बीघा गांव में एक पान की दुकान को टक्कर मार दी।
इस हादसे में दुकान के अंदर मौजूद पान बेचने वाला घायल हो गया। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने चालक को काबू कर स्थानीय पुलिस के हवाले कर दिया।
मेहंदिया पुलिस स्टेशन के एसएचओ अमित कुमार ने बताया कार चालक की पहचान बक्सर के एक कृषि अधिकारी आरा के मूल निवासी पिंटू सिंह उर्फ ओम सिंह के रूप में हुई है।
वह नशे की हालत में कार चला रहा था। उसकी जांच में ब्रीथ एनालाईजर में 151 प्वाइंट शराब की अधिक मात्रा की पुष्टि करते हैं।
वह दुर्घटना के समय शराब के नशे में था और राष्ट्रीय राजमार्ग 139 के जरिए अपने पैतृक स्थान आरा लौट रहा था।
दूसरी घटना कटिहार जिले की है जहां शुक्रवार रात एक नवनिर्वाचित मुखिया ,ग्राम प्रधान लापरवाही से वाहन चलाते हुए पाया गया।
प्राणपुर पुलिस स्टेशन के एसएचओ राजीव कुमार झा ने कहा कि ग्राम प्रधान वह बहुत तेज गति से वाहन चला रहा था।
स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि एक कार के तेजी से जाने पर उसका पीछा किया गया और जब वाहन को रोककर उसकी जांच की गई तो वह नशे की हालत में पाया गया था।
घटना के बाद भारतीय दंड़ संहिता की संबंधित धाराओं के तहत शराबबंदी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर उसे गिरफ्तार कर लिया गया है।
बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर सरकारी अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों ने शराब नहीं पीने की शपथ ली है।
इसका मकसद लोगों को शराब छोड़ने और बिहार में मद्य निषेध कानून को सफल बनाने के लिए प्रेरित करना है।