पटना: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के गृह जिले नालंदा में जहरीली शराबकांड की जांच के दायरे का विस्तार झारखंड तक हो गया है।
वहां से स्पिरिट लाकर जहरीली शराब बनाने की पुख्ता जानकारी मिली है।
जल्दी ही बिहार सरकार के अधिकारी झारखंड जाकर इस गोरखधंधे की टूटी कड़ियों को जोड़ेंगे।
मद्य निषेध आयुक्त बी. कार्तिकेय धनजी ने बताया कि डॉक्टरों की प्रारंभिक जांच में भी जहरीली शराब से मौत की ही बात सामने आ रही है। मृतकों के बिसरा की जांच कराई जा रही है।
उन्होंने कहा कि विभाग के अपर मुख्य सचिव, गृह सचिव, पटना आईजी समेत तमाम बड़े अधिकारियों ने सोमवार को खुद जाकर पूरे मामले की समीक्षा की है।
अब तक 12 लोगों के मौत की जानकारी मिली है। इसके साथ ही जिन चार लोगों का इलाज चल रहा है, उनको हॉस्पिटल में अंडर ऑब्जर्वेशन रखा गया है।
शराब पीना भी अपराध है, लिहाजा उन पर भी संबद्ध कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
आयुक्त ने बताया कि उत्पाद विभाग के संबंधित जिम्मेदार अधिकारियों पर भी कार्रवाई की जाएगी। इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है।
बड़ी पहाड़ी और छोटी पहाड़ी के आस-पास जिस जगह शराब बनाई जा रही थी, वह अतिक्रमणयुक्त है।
एक पखवाड़े में 4964 लोग हुए गिरफ्तार
पिछले एक पखवाड़ें में उत्पाद विभाग और पुलिस विभाग की संयुक्त कार्रवाई के 4098 मामले दर्ज कर 4964 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है।
234 व्यक्तियों को होम डिलीवरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस मुख्यालय द्वारा मिले ड्रोन के माध्यम से ट्रायल के तौर पर छापेमारी अभियान चलाया जा रहा है।