पटना: कई राज्यों में जहां कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के मामले बढ़ते जा रहे हैं, वहीं बिहार इस नए वेरिएंट को लेकर सतर्क हो गया है।
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि बिहार में ओमिक्रॉन की अब तक रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने कहा कि हमलोग इसके लिए सतर्क हैं।
पटना में जनता दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम के बाद पत्रकारों से चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में ओमिक्रॉन की रिपोर्ट नहीं आई है। उन्होंने कहा कि हम लोगों को इसके लिए अलर्ट रहना चाहिए।
उन्होंने कहा कि देश के अन्य राज्यों में कुछ न कुछ मामले मिल रहे हैं। कोरोना का ओमिक्रॉन वेरिएंट कोरोना के तीसरे चरण की दस्तक है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरे देशों में कहीं चौथा चरण आ गया है, तो कहीं पांचवां चरण आ गया है। इस स्थिति में सभी को अलर्ट रहना है। हमलोग यहां सतर्क हैं।
उन्होंने दावा किया कि बिहार में इसे लेकर हर प्रकार की तैयारी है और इलाज की व्यवस्था है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार में सबसे अधिक कोरोना की जांच हो रही है। प्रति 10 लाख की आबादी पर देश का जितना औसत टेस्ट है, उससे ज्यादा बिहार में जांच हो रही है। उन्होंने कहा कि हमलोग जांच करवा रहे हैं, जिससे नई तरह की कोई चीज आए तो उसका पता चल सके।
बिहार में रविवार के आंकड़ों के मुताबिक कोरोना के सक्रिय मरीजों की संख्या 85 है, जबकि संक्रमितों के ठीक होने का औसत 98 प्रतिशत से ज्यादा है।
राज्य में रविवार को कोरोना के छह नए मरीजों की पुष्टि हुई थी। राज्य में बीते 24 घंटे में 1,67,405 लोगों की जांच हुई।
बिहार सरकार भी कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अस्पतालों में व्यवस्था मुकम्मल करने में जुटी है, जहां सभी मेडिकल कॉलेजों में जनरल वार्ड से लेकर आईसीयू तक तैयार किये गए हैं।