पटना: आरआरबी एनटीपीसी परीक्षा परिणाम में कथित गड़बड़ी को लेकर छात्रों का शुरू हुआ आंदोलन गुरुवार कुछ शांत नजर आया।
हालांकि छात्रों के आंदोलन के जरिए अब सियासत शुरू हो गई है। सभी राजनीतिक दल छात्रों की हितैषी साबित करने में जुट गई है।
परीक्षा परिणाम में धांधली का आरोप लगाते हुए सोमवार को राजेंद्र नगर टर्मिनल पर सैकड़ों छात्र उतर गए थे। इसके बाद छात्रों का यह प्रदर्शन कई क्षेत्रों तक फैल गया। कई इलाकों में रेलवे संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया।
इधर, अब इस आंदोलन को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है। इस बीच, छात्र संगठन आइसा व नौजवान संगठन इनौस ने परीक्षा परिणाम में धांधली तथा ग्रुप डी की परीक्षा में एक की जगह दो परीक्षाएं आयोजित करने के फरमान के खिलाफ चल रहे छात्र-युवा आंदोलन के दबाव में रेलवे प्रशासन द्वारा पहले मामले में जांच कमिटी बनाने और ग्रुप डी की परीक्षा को स्थगित करने के दिए गए आश्वासन को झांसा बताते हुए 28 जनवरी के बिहार बंद का आह्वान किया है।
इनौस के राष्ट्रीय अध्यक्ष और विधायक मनोज मंजिल, आइसा के महासचिव संदीप सौरभ ने कहा कि यूपी चुनाव के दबाव में सरकार व रेलवे का यह प्रस्ताव आया है और चुनाव तक इस मामले को टालने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि 28 जनवरी को बुलाए गए बंद का व्यापक समर्थन मिला है।
इधर, इस बंदी का महागठबंधन में शामिल राजद और कांग्रेस सहित वामपंथी दल ने भी समर्थन किया है। जन अधिकार पार्टी ने भी इस बंद का नैतिक समर्थन दिया है।
प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि चुनाव से ज्यादा महत्वपूर्ण छात्रों- युवाओं का भविष्य है। सरकार रेल की बोगियों को तो देश की संपत्ति बताती है पर युवाओं को नहीं।
उन्होंने साफ-साफ शब्दों में कहा कि पार्टी के नेता सड़क पर उतरेंगे और सरकार लाठी चलवाएगी तो लाठी खाने को भी तैयार रहेंगे।
इधर, जन अधिकार पार्टी ने भी बंद का समर्थन किया है। पार्टी के प्रमुख पप्पू यादव ने कहा कि जन अधिकार छात्र परिषद और युवा परिषद छात्रों के समर्थन में बिहार बंद को सफल बनाएगा।
सत्ताधारी पार्टी हम के अध्यक्ष जीतन राम मांझी ने छात्रों के बिहार बंद को समर्थन देने का एलान किया है। पार्टी के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने इस संबंध में कहा कि मांझी हमेशा से छात्रों के साथ रहे हैं।
उनके हित के लिए आवाज उठाई है, ऐसे में आरआरबी और एनटीपीसी मामले पर बुलाए गए बंदी को हम नैतिक समर्थन देगा। पूर्व मुख्यमंत्री देश के छात्र नौजवान के साथ हैं।