दुमका: पिछले चार सालों से बिना कागजात एक एएसआई द्वारा चोरी की बाइक चलाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है।
पटना से चाेरी की गई बाइक गुरुवार को बरामद होने की सूचना पर श्रीकृष्णापुरी(पटना) थाना की पुलिस दुमका पहुंची।
टीम में शामिल सहायक अवर निरीक्षक प्रमोद कुमार सिंह, गाड़ी मालिक दिवाकर कुमार के साथ मुफ्फसिल थाना पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
आवश्यक प्रक्रिया पूरी करने के बाद बाइक को पटना पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया।
फरार निलंबित एएसआई अखलाक की गिरफ्तारी के लिए दोनों थाना की पुलिस संयुक्त रूप से आगे की कार्रवाई करेगी।
पटना पुलिस ने मुफस्सिल थाना प्रभारी नवल किशोर सिंह को बताया कि पांच माह पहले उनके थाने के पास से ही रहने वाले दिवाकर की बुलेट चोरी हो गई थी। अज्ञात के खिलाफ मामला दर्ज किया गया।
बाइक बरामद नहीं होने पर केस को बंद कर दिया गया। उन्होंने थाना प्रभारी से कहा कि अब बाइक बरामद हो चुकी है और बाइक खरीदने वाले का भी पता चल चुका है।
श्रीकृष्णापुरी थाना की पुलिस फिर से केस को खोलेगी और उसमें जमादार से चोरी हुई बाइक की बरामदगी का उल्लेख किया जाएगा। उसी के आधार पर जमादार की गिरफ्तारी का प्रयास होगा।
मुफ्फसिल थाना प्रभारी ने उन्हें आश्वासन दिया कि इस मामले में हर संभव सहयोग किया जाएगा।
उसके बारे में और भी जानकारी एकत्र कर साझा की जाएगी। प्रथम दृष्टया उसे दोषी पाने के बाद एसपी अंबर लकड़ा ने निलंबित कर दिया है।
श्रीकृष्णापुरी थाना के एएसआई ने बताया कि केस को फिर से खोलने के बाद जमादार काे गिरफ्तार किया जाएगा, तभी मामले का खुलासा हाेगा और बाइक चाेर गिराेह के अपराधियाें के बारे में भी पता चलेगा।
ऐसे हुआ चोरी का खुलासा
दुमका में सर्विसिंग के दौरान बुलेट के मालिक के रजिस्टर्ड मोबाइल नम्बर पर मैसेज जाने के कारण चोरी का खुलासा हुआ और बाइक बरामद हुई। जमादार बुधवार को खुद बुलेट लेकर सर्विसिंग कराने गया था।
उसने सामने सर्विंसिंग कराने के बजाय गाड़ी छोड़ दी। शाम को जब गाड़ी तैयार हो गई तो मालिक की तलाश करने के क्रम में मामले का खुलासा हुआ था। इधर, मामले का खुलासा होते ही एएसआई अखलाक खान फरार हो गया।
कागज के जुगाड़ में भागा अखलाक
इधर, बरामद बुलेट के मालिक पटना बोरिंग रोड निवासी दिवाकर कुमार ने दुमका पुलिस पर दबाव बनाते हुए आरोपी एएसआई को जल्द गिरफ्तार करने की मांग की है।
इधर दुमका पुलिस का कहना है कि जब केस पटना के थाना में दर्ज है तो वहां की पुलिस ही उसे गिरफ्तार कर पटना ले जाएगी।
बता दें कि पटना से पांच साल पहले यह बुलेट चोरी हुई थी। माना जा रहा है कि वह बुलेट के कागजात के जुगाड़ में बाढ़ गया है।
उसका कहना था कि उसने बाढ़ के एक व्यक्ति से इस बुलेट को खरीदा था पर उसका कोई कागज उसने नहीं दिया था।
एएसआई की हरकत से अचरज में हर पुलिस कर्मी
पटना से पांच साल पूर्व चोरी हुई बुलेट पर घूमनेवाला मुफ्फसिल थाना का जमादार गुरुवार को निलंबित होने से पहले ही फरार हो गया।
निलंबित होने के बाद वह शुक्रवार को थाना नहीं आया। मुफ्फसिल थाना में वह दस दिन पहले ही सरैयाहाट थाना से स्थानांतरित हाेकर आया था। उसकी इस हरकत से हर पुलिस कर्मी अचरज में हैं।