रांची : दिवंगत जगरनाथ महतो का पार्थिव शरीर शुक्रवार को चेन्नई से रांची पहुंचने के बाद विधानसभा परिसर (Assembly Premises) होते हुए वहां रुक कर झामुमो कार्यालय पहुंचा।
वहां समाज के अनेक वर्गों के लोगों ने झारखंड के दिवंगत टाइगर को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि (Homage) अर्पित की।
जगरनाथ महतो को आखिरी विदाई देने के लिए वहां पारा शिक्षक (Para Teacher) पहुंचे थे।
उन्होंने कहा कि जगरनाथ महतो हमारे अभिभावक स्वरूप थे। ऐसे में उनका जाना हमारे लिए बहुत बड़ी क्षति है।
उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री (Minister of Education) ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है।
हमारे लिए वो हमेशा सोचा करते थे और हमारी परेशानी को समझकर समाधान निकालने का प्रयास करते थे।
हमारे अभिभावक के छोड़कर जाने से हमें लग रहा है कि हम अपंग हो गए हैं, हमलोग टूअर हो गए है।
हमें समय से पहले छोड़ कर चले गए
Para Teacher ने कहा कि हमें उम्मीद थी कि शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो हमारे लिए भविष्य में भी बहुत कुछ करेंगे, लेकिन वो हमें समय से पहले छोड़कर चले गए है।
उन्होंने बताया कि जगरनाथ महतो ने उनसे कहा था कि साल 2024 में वो पारा शिक्षकों के लिए कुछ बड़ा करने की सोच रहे हैं।
हालांकि, उन्होंने साफ तौर पर नहीं बताया था, लेकिन कहा था कि इंतजार करिए, आपलोग के लिए कुछ अच्छा और बड़ा करेंगे।
लेकिन, वो बीच में ही छोड़कर चले गए। ऐसे में उनका आश्वासन (Assurance) और योजना दोनों अधूरी रह गई।