मुंबई: एक समय था जब प्राइवेट अस्पतालों के बाद वैक्सीन की शॉर्टेज हो गई थी। लेकिन आज इन्हीं प्राइवेट अस्पतालों के बाद वैक्सीन का स्टॉक ओवर हो गया है।
यह हालत है मुंबई के प्राइवेट अस्पतालों का यह स्टॉक भी हजार-दो हजार का नहीं, बल्कि करोड़ों का है। नौबत यहां तक आ पहुंची है कि स्टॉक क्लियर करने के लिए अस्पताल वाले 10 से 30 फीसदी तक का डिस्काउंट भी देने को तैयार हैं, लेकिन कोई खरीदने वाला नहीं है।
हालात से परेशान मुंबई के इन प्राइवेट अस्पताल वालों ने वैक्सीन निर्माताओं से भी संपर्क किया। अनसोल्ड वैक्सीन वापस ले ली जाए, लेकिन वहां से भी उन्हें निराशा ही हाथ लगी।
यह हालात मई-जून से पूरी तरह से अलग हैं। इस दौरान प्राइवेट अस्पतालों को वैक्सीन मिल नहीं रही थी। लेकिन अभी का आलम यह है कि प्राइवेट अस्पतालों में वैक्सीनेशन न के बराबर रह गया है।
इसका नतीजा यह है कि मुंबई के निजी अस्पतालों में 85 फीसदी से ज्यादा वैक्सीन बिकी ही नहीं है। मलाड में स्थित संजीवनी अस्पताल में कोविशील्ड की 7000 डोज हैं जिसकी कीमत 44 लाख रुपए है।
अस्पताल के डायरेक्टर डॉ. सुनील अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने वैक्सीन निर्माताओं और बीएमसी दोनों से अपील की। लेकिन कहीं से भी पॉजिटिव रिस्पांस नहीं मिला। उन्होंने कहा कि हम 30 फीसदी तक की छूट भी देने को तैयार हैं।
इसके बावजूद कोई खरीदार नहीं मिल रहा है। इस हॉस्पिटल में कभी 1000 लोग रोजाना वैक्सीन लगवाने पहुंचते थे। लेकिन आज की तारीख में यह संख्या 20 से 25 तक सिमट गई है।