रांची: झारखंड कांग्रेस ने भाजपा विधायक अमर कुमारी बाउरी के बयान पर पलटवार करते हुए कहा है कि झूठ की बुनियाद पर झूठी कहानी गढ़ने वाले नेताओं को पिछली सरकार के कारनामों को याद करना चाहिए।
प्रदेश कांग्रेस के प्रवक्ता आलोक कुमार दूबे, लाल किशोरनाथ शाहदेव और राजेश गुप्ता ने मंगलवार को कहा कि आरएसएस की पाठशाला में पढ़ कर निकले लोगों को अपनी तरह ही सब झूठे और फ़रेबी नजर आते हैं।
गठबंधन सरकार के एक वर्ष के कार्यकाल पर उंगली उठाने वाले नेताओं को पूर्ववर्ती सरकार के पांच वर्षां तक के कार्यकाल में भूख से हुई मौत, किसानों के आत्महत्या की घटनाओं और एसटी-एससी पर हुई अत्याचार की घटनाओं का आकड़ा निकाल कर देखना चाहिए।
ठंड में कंबल बांटने की मांग करने वाले अमर बाउरी को यह बताया चाहिए कि उन्होंने अपने विधानसभा क्षेत्र में कितने लोगों के बीच कंबल का वितरण किया।
राज्य सरकार पिछले शासन में हुए कंबल घोटाले की भी जांच करा रही है।
जल्द ही सारी सच्चाई सामने आ जाएगी। पांच हजार से आधिक स्कूलों में ताला बन्द कराने वाली पूर्ववर्ती सरकार को शिक्षा व्यवस्था पर बोलने का कोई अधिकार नहीं है।
वहीं दूसरी तरफ पिछले नौ महीने से केन्द्र सरकार ने पूरी शिक्षा व्यवस्था को चौपट कर दिया है।
दुनिया के सब काम हो रहे हैं सिवाय पठन पाठन के।
आदिवासी और दलित बच्चे, बच्चियों आज भी 20 लाख करोड़ रुपये आर्थिक पैकेज का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
प्रवक्ताओं ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष सह खाद्य आपूर्ति मंत्री रामेश्वर उरांव के निरंतर मॉनिटरिंग के कारण लॉकडाउन और कोरोना संक्रमण काल में भी सभी जरुरतमंद और गरीब परिवारों को अनाज मिला।
संकट के समय भोजन के लिए जगह-जगह किचन की व्यवस्था की गयी। उन लोगों को भी राशन मिला, जिनका कोई राशन कार्ड नहीं था।
वहीं अब राज्य सरकार ने झारखंड राज्य खाद्य योजना के तहत 15 लाख लोगों को राशन कार्ड उपलब्ध कराने का काम शुरू किया गया। यह पूरी तरह से राज्य सरकार के खर्च पर शुरू किया गया है।
जबकि पिछली सरकार में इन परिवारों को दर-दर भटकने के लिए छोड़ दिया गया।