पेशावर: पाकिस्तान को आर्थिक तंगी से उबारने के लिए इमरान खान द्वारा सऊदी अरब से आर्थिक सहायता मांगने का उपाय काम कर गया है।
एक महीने पहले प्रधानमंत्री इमरान खान ने रियाद दौरे दौरान क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से पाकिस्तान के लिए वित्तीय सहायता मांगी थी। सऊदी अरब से पाकिस्तान के लिए तीन बिलियन अमेरिकी डालर की सहायता को मंजूरी दे दी है।
एक वरिष्ठ अधिकारी की जानकारी के अनुसार पाक को कर्ज में तीन अरब डॉलर मिले हैं। यह राशि उसी का हिस्सा है जिसे पाकिस्तान ने अपनी अर्थव्यवस्था को स्थिर करने के लिए सऊदी अरब से मांगी थी।
पाकिस्तान को यह पैसे 4 फीसदी ब्याज दर पर मिले हैं। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान को सऊदी अरब से यह ऋण एक वर्ष के लिए 4 फीसदी ब्याज पर पैकेज की शर्तों के तहत मिला है, जिस पर पिछले महीने हस्ताक्षर किए गए थे।
पाकिस्तान सरकार का मानना है कि इस समझौते से पाकिस्तान के विदेशी मुद्रा भंडार को मजबूती मिलेगी और कोरोना वायरस के कारण हुए नुकसान की भरपाई की जा सकेगी।
सरकार ने इसे दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंध के तौर पर बताया है और कहा है कि यह दोनों देशों के बीच आर्थिक संबंधों को और बढ़ाएगा।
दरअसल, दक्षिण एशियाई देश पाकिस्तान उच्च मुद्रास्फीति, घटते विदेशी मुद्रा भंडार, बढ़ते चालू खाते के घाटे और एक घटती करेंसी वैल्यू के साथ बढ़ती आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।
केंद्रीय बैंक के आंकड़ों के आधार पर पाकिस्तान का कुल तरल विदेशी भंडार 22,498 अरब डॉलर है। वित्त और राजस्व पर प्रधानमंत्री इमरान खान के सलाहकार शौकत तरीन ने पुष्टि की कि स्टेट बैंक ऑफ पाकिस्तान को सऊदी अरब से तीन अरब डॉलर की राशि प्राप्त हुई है।