कतर में 8 पूर्व नौसैनिकों की मदद के लिए PM ने इस अधिकारी को सौंपी जिम्मेदारी…

इस बीच सरकार की ओर से बड़ा कदम उठाने की खबर आई है। नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बेहद भरोसेमंद डिप्‍लोमैट को जिम्‍मेदारी दी गई है

News Aroma Media
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PM Modi’s Most Trusted Diplomat: कतर में भारतीय नौसेना (Indian Navy) के 8 पूर्व अधिकारियों को मौत की सजा सुनाई गई है। अब सभी को सरकार के अगले कदम का इंतजार है।

इस बीच सरकार की ओर से बड़ा कदम उठाने की खबर आई है। नौसेना के 8 पूर्व अधिकारियों की मदद के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के बेहद भरोसेमंद डिप्‍लोमैट को जिम्‍मेदारी दी गई है। उनका नाम दीपक मित्‍तल है। दीपक मित्‍तल को यह जिम्‍मेदारी बहुत सोच-समझ कर दी गई है।

कतर में 8 पूर्व नौसैनिकों की मदद के लिए PM ने इस अधिकारी को सौंपी जिम्मेदारी - PM handed over the responsibility to this officer to help 8 former marines in Qatar

दीपक म‍ित्‍तल, कतर में भारत के राजदूत रहे हैं

मित्‍तल कतर में भारत के राजदूत रहे हैं। वह 1998 बैच के IFS (भारतीय विदेश सेवा) अधिकारी हैं। वर्तमान में वह प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) में पोस्‍टेड हैं।

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कतर में भारतीय राजदूत होने के कारण माना जाता है कि उनके वहां पर शीर्ष स्‍तर पर अच्‍छे संबंध हैं। यही कारण है कि उन्‍हें जिम्‍मेदारी दी गई है। उन्‍हें 2020 में कतर में भारत का दूत नियुक्‍त किया गया था।

उनकी उपलब्धियों की फेहरिस्‍त काफी लंबी है। कतर में भारतीय राजदूत (Indian Ambassador) रहते हुए उन्‍होंने ही 2021 में तालिबान के नंबर 1 नेता शेर मोहम्‍मद अब्‍बास स्‍तानेकजई से बातचीत की थी।

यह कई मायनों में अहम था। अफगानिस्‍तान की सत्‍ता पर तालिबान के काबिज होने के बाद पहली बार यह ऑफिशियल डिप्लोमैटिक चैनल (Official Diplomatic Channel) से बातचीत थी।

कतर में 8 पूर्व नौसैनिकों की मदद के लिए PM ने इस अधिकारी को सौंपी जिम्मेदारी - PM handed over the responsibility to this officer to help 8 former marines in Qatar

PM मोदी के हैं बेहद भरोसेमंद

दीपक मित्‍तल (Deepak Mittal) को बेहद कुशल वार्ताकार माना जाता है। वह PM मोदी के बेहद भरोसेमंद अफसरों में हैं। बीते साल अगस्‍त में जब इन 8 पूर्व नौसेना अधिकारियों की कतर में गिरफ्तारी हुई थी तब दीपक मित्‍तल दोहा में ही थे।

इस गिरफ्तारी के बाद दीपक मित्‍तल ने कतर को छोड़ दिया था। उन्‍हें अंतरराष्‍ट्रीय स्‍तर पर संवेदनशील मुद्दों को निपटाने में महारत है। पूर्व अधिकारियों को बचाने के लिए भारत के पास विकल्‍प भी सीमित हैं।

इस समय सबसे अच्‍छा विकल्‍प कतर के साथ अपने शानदार रिश्‍तों को भुनाने का ही है। कतर में 6 से 7 लाख भारतीय काम करते हैं। वहां भारतीय कंपनियों (Indian Companies) ने बड़ा निवेश भी किया हुआ है। मित्‍तल इन संबंधों के सहारे भारत का पक्ष रख सकते हैं।

 

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पाक‍िस्‍तान को याद द‍िलाई थी उसकी औकात

2019 में मित्‍तल काफी सुर्खियों में आए थे। तब हेग में अंतरराष्‍ट्रीय न्‍यायालय (International Court of Justice) में कुलभूषण जाधव मामले की सुनवाई थी। इस दौरान पाकिस्‍तान के वरिष्‍ठ अधिकारी ने उनकी ओर हाथ मिलाने के लिए बढ़ाया था।

इसका जवाब उन्‍होंने नमस्‍ते से दिया था। यह लम्‍हा कैमरों में कैद हो गया था। इस तस्‍वीर की खूब चर्चा हुई थी।

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