नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को अपने इजरायली समकक्ष नफ्ताली बेनेट से फोन पर बात की और यूक्रेन की स्थिति सहित हाल के भू-राजनीतिक घटनाक्रम पर चर्चा की।
रूस-यूक्रेन युद्ध अपने 40वें दिन में प्रवेश कर गया है। दक्षिण में खेरसान और ओडेसा शहरों में सोमवार को धमाकों की आवाज सुनी गई, जबकि पूर्व में हवाई हमले के सायरन बजते सुनाई दिए।
मोदी ने बेनेट को उनके कोविड-19 संक्रमण के बाद शीघ्र स्वस्थ होने के लिए शुभकामनाएं दीं। प्रधानमंत्री ने इजरायल में हाल ही में हुए आतंकवादी हमलों में लोगों की जान जाने पर भी संवेदना व्यक्त की।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, दोनों राजनेताओं ने यूक्रेन की मौजूदा स्थिति सहित हाल के विभिन्न भू-राजनीतिक घटनाक्रमों पर विस्तृत चर्चा की, जिसमें यूक्रेन की स्थिति भी शामिल है। उन्होंने चल रहे द्विपक्षीय सहयोग पहलों की भी समीक्षा की।
प्रधानमंत्री ने भारत में जल्द से जल्द महामहिम बेनेट का स्वागत करने की अपनी उत्सुकता से अवगत कराया।
रूस-यूक्रेन युद्ध पर, भारत ने सभी पक्षों से संयम का आह्वान किया है और कहा है कि दोनों देशों के बीच सभी मुद्दों को राजनयिक बातचीत के माध्यम से ही हल किया जा सकता है।
दोनों राजनेताओं ने फिलहाल जारी द्विपक्षीय सहयोग पहलों की भी समीक्षा की।
इससे पहले, मोदी ने रूस के राष्ट्रपति वाल्दामिर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की दोनों से बात की थी, ताकि बातचीत के माध्यम से इस मुद्दे को हल करने का प्रयास किया जा सके।
इससे पहले मोदी ने रूस और यूक्रेन के बीच चल रही बातचीत का भी स्वागत किया था और उम्मीद जताई थी कि इससे संघर्ष खत्म हो जाएगा।
इसी तरह, बेनेट भी युद्ध के समय में एक शांतिदूत की भूमिका निभाते नजर आए हैं और उन्होंने संघर्ष को सुलझाने के प्रयासों के तहत पुतिन और जेलेंस्की दोनों को कई कॉल की हैं।