नई दिल्ली: Congress ने कतर में गिरफ्तार (Arrest) किए गए आठ पूर्व नौसेना अधिकारियों (Naval Officers) की रिहाई के लिए गुरुवार को PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) के हस्तक्षेप की मांग की।
भारतीय नौसेना के सेवानिवृत्त अधिकारी कतारी अमीरी नौसेना बल (Naval Force) के प्रशिक्षण में शामिल हुए थे।
भारत सरकार को गिरफ़्तारी की कोई सुचना नहीं दी गई: जयराम
उनकी रिहाई की मांग करते हुए, पार्टी महासचिव जयराम रमेश (JaiRam Ramesh) ने कहा कि आठों को कथित तौर पर एकान्त कारावास (Solitary Confinement) में रखा गया है।
भारत सरकार को न तो गिरफ्तारी की सूचना दी गई और न ही आरोपों के बारे में कोई जानकारी दी गई। उन्हें सात महीने पहले 30 अगस्त 2022 को हिरासत में लिया गया था।
भारत सरकार अभी भी मामले के तथ्यों का पता लगाने में असमर्थ: जयराम
उन्होंने Tweet किया, भारत सरकार अभी भी मामले के तथ्यों का पता लगाने या पूर्व नौसेना कर्मियों और उनके परिवारों को आश्वस्त करने में असमर्थ क्यों है? विदेश मंत्री जयशंकर ने संसद में इसे बहुत संवेदनशील (Sensitive) मामला बताया था और कहा था कि हिरासत में लिए गए व्यक्तियों के हित सबसे पहले हैं.. हम विश्वास दिलाते हैं, वे हमारी प्राथमिकता हैं।
फिर भी एक ओमानी नागरिक (Omani Citizen) जिसे पूर्व-नौसेना कर्मियों के साथ गिरफ्तार किया गया था, नवंबर में रिहा कर दिया गया, जबकि भारतीय नागरिक (Indian Citizen) अभी भी हिरासत में हैं।
पूर्व-नौसैनिक कर्मियों के रिश्तेदार जवाब के लिए दर-दर भटक रहे: जयराम
उन्होंने कहा, क्या PM कतर पर दबाव नहीं बनाना चाहते, क्योंकि इसका सॉवरेन वेल्थ फंड (Sovereign Wealth Fund) अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई में एक प्रमुख निवेशक है? क्या यही कारण है कि जेल में बंद पूर्व-नौसैनिक कर्मियों (Ex-Naval Personnel) के रिश्तेदार जवाब के लिए दर-दर भटक रहे हैं? समय बीत रहा है।
Congress पार्टी सरकार से आग्रह करती है कि वह परिवारों और लोगों को बताए कि हमारे पूर्व सैनिकों के साथ इस तरह का व्यवहार क्यों किया जा रहा है।