PM Modi will Visit three Countries: PM मोदी (PM Modi) 16 से 21 नवंबर तक तीन देशों की एक महत्वपूर्ण यात्रा पर रहेंगे। इस दौरान वे ब्राजील, नाइजीरिया और गुयाना का दौरा करेंगे। इस बीच ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में भी वे हिस्सा लेंगे।
PM मोदी की इस विदेश यात्रा का मुख्य उद्देश्य भारत की सामरिक साझेदारियों को सुदृढ़ करना, बहुपक्षीय संबंधों को बढ़ावा देना और वैश्विक मंचों पर भारत की सक्रिय भूमिका को बनाए रखना है।
अपनी इस यात्रा के दौरान वे ब्राजील के रियो डी जनेरियो में आयोजित G20 शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे। सम्मेलन की मेजबानी ब्राजील के राष्ट्रपति लुइज इनासियो (Luiz inacio) लूला दा सिल्वा करेंगे।
भारत इस बार G20 ट्रोइका का हिस्सा है, जिसमें भारत, ब्राजील और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। इस सम्मेलन में प्रधानमंत्री मोदी प्रमुख वैश्विक मुद्दों जैसे ऋण संकट, जलवायु परिवर्तन, लैंगिक समानता और विकासशील देशों के हितों पर भारत का दृष्टिकोण साझा करेंगे।
यह शिखर सम्मेलन भारत द्वारा हाल ही में आयोजित नई दिल्ली में G20 लीडर्स डिक्लेरेशन और ग्लोबल साउथ शिखर सम्मेलनों के बाद हो रहा है।
पीएम मोदी की नाइजीरिया यात्रा (16-17 नवंबर) :
प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा का पहला चरण नाइजीरिया से शुरु होगा, जहाँ वे 17 वर्षों में पहली बार किसी भारतीय प्रधानमंत्री के रूप में कदम रखेंगे।
मोदी इस यात्रा के दौरान ऊर्जा, रक्षा और आर्थिक सहयोग के क्षेत्रों में भारत-नाइजीरिया संबंधों को सुदृढ़ करने पर जोर देंगे। मोदी इस दौरान नाइजीरिया में बसे भारतीय प्रवासियों को भी संबोधित करेंगे।
ब्राजील यात्रा और G20 शिखर सम्मेलन (19-20 नवंबर) :
ब्राजील में प्रधानमंत्री मोदी G20 शिखर सम्मेलन में वैश्विक नेताओं के साथ भाग लेंगे। इस सम्मेलन में जलवायु परिवर्तन, श्रमिकों के अधिकार, आर्थिक विकास और बहुपक्षीय सहयोग पर चर्चा होगी।
गुयाना यात्रा (20-21 नवंबर):
अपनी यात्रा के अंतिम चरण में PM मोदी गुयाना (Guyana) का दौरा करेंगे, जो किसी भारतीय प्रधानमंत्री की 1968 के बाद पहली यात्रा होगी।
मोदी गुयाना के राष्ट्रपति मोहम्मद इरफान अली और अन्य वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात करेंगे। प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा भारत के वैश्विक कूटनीतिक प्रयासों में एक महत्वपूर्ण कदम है। तीनों देशों के साथ संबंधों को मजबूत करने के साथ-साथ इस यात्रा के माध्यम से भारत वैश्विक मंच पर अपनी उपस्थिति को और अधिक प्रभावी ढंग से प्रस्तुत कर सकेगा।