नई दिल्ली: अगर आप भारत के प्रधानमंत्री को पत्र लिखते हैं, तो क्या आप उनसे जवाब की उम्मीद करेंगे?
देहरादून के 11वीं कक्षा के छात्र अनुराग रमोला को न केवल प्रधानमंत्री कार्यालय से एक पावती मिली, बल्कि उनकी ओर से एक प्रशंसा पत्र भी मिला।
अनुराग ने राष्ट्रीय हित के विषयों पर उनके विचारों की प्रशंसा करते हुए प्रधानमंत्री को पत्र लिखा था।उन्होंने कहा कि उन्होंने मोदी से प्रेरणा ली कि विपरीत परिस्थितियों में भी धैर्य न खोएं, कड़ी मेहनत और ईमानदारी से अपने लक्ष्य की ओर बढ़ें और सभी को साथ लेकर चलें।
मन की बात, परीक्षा पे चर्चा या व्यक्तिगत संवादों के माध्यम से देश की युवा पीढ़ी, विशेषकर छात्रों को उनके साथ समय-समय पर संवादों के माध्यम से बढ़ावा देने वाले मोदी ने अनुराग को जवाब देते हुए कहा, आपकी वैचारिक परिपक्वता आपके व्यक्तित्व में परिलक्षित होती है।
भारत की आजादी का अमृत महोत्सव पेंटिंग के लिए चुने गए पत्र और विषयवस्तु में आपके शब्दों में आपकी वैचारिक परिपक्वता झलकती है।
मुझे खुशी है कि आपने किशोरावस्था से ही राष्ट्रीय हित से जुड़े मुद्दों की समझ विकसित कर ली है और आप एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में देश के विकास में अपनी भूमिका से अवगत हैं।
आत्मनिर्भर भारत के निर्माण में सभी देशवासियों के योगदान की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, स्वतंत्रता के इस अमृत काल में देश सामूहिक शक्ति की शक्ति और सबका प्रयास के मंत्र के साथ आगे बढ़ रहा है। आने वाले वर्षों में एक मजबूत और समृद्ध भारत के निर्माण में हमारी युवा पीढ़ी का योगदान महत्वपूर्ण होने जा रहा है।
अनुराग को इससे पहले कला और संस्कृति के लिए 2021 के प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।
पीएमओ की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है कि छात्र के सफल भविष्य की कामना करते हुए मोदी ने विश्वास जताया कि वह रचनात्मकता और अच्छी सफलता के साथ जीवन में आगे बढ़ते रहेंगे।
हालांकि अनुराग के लिए सबसे अच्छा तोहफा यह है कि उनके जैसे अन्य बच्चों को प्रेरित करने के लिए उनकी पेंटिंग को नरेंद्र मोदी ऐप और वेबसाइट पर अपलोड किया गया है।