गुमला: घाघरा के तेंदार गांव में 06 नवम्बर की रात दसई करमा पर्व के दौरान आदिम जनजाति असुर समुदाय के पारा शिक्षक लालदेव असुर और एक अन्य युवक राम स्वरूप खड़िया की लाठी-डंडे से पीटकर हत्याकांड का खुलासा पुलिस ने कर दिया। इस मामले में संलिप्त छह आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
गुमला के एसपी हरदीप पी जनार्दनन ने बुधवार को अपने कार्यालय परिसर में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में घटना के खुलासा किया। एसपी ने बताया कि 06 नवम्बर को हुए दोहरे हत्याकांड के अनुसंधान के क्रम में घटना में कुल नौ लोगों की संलिप्तता उजागर हुई। इसमें से छह आरोपितों छोटू मुंडा, संदीप मुंडा, मुकेश लोहरा, गंगा लोहरा चारों ग्राम तेंदार, परदेसिया उरांव व प्यास उरांव दोनों ग्राम तेंदार नवाटोली थाना घाघरा को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस के अनुसार पूछताछ के दौरान आरोपितों ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। आरोपितों के अनुसार घटना के दिन मेला में पारा शिक्षक लालदेव असुर मांदर बजाते हुए नाच रहा था। इसी दौरान आरोपित छोटू मुंडा को धक्का लग गया। इस बात को लेकर दोनों के बीच झगड़ा हुआ और छोटू मुंडा ने उसे देख लेने की धमकी दी।
पुलिस के अनुसार उसी दिन शाम को अंधेरा होने पर छोटू मुंडा अपने अन्य आठ साथियों के साथ एक घर में दारू पी रहा था। उसी समय लालदेव असुर भी रामस्वरूप खड़िया के साथ वहां दारू पीने के लिए पहुंच गया। मगर छोटू मुंडा और उसके साथियों को देखकर वापस लौटने लगा। इसी दौरान फिर से दोनों पक्षों के बीच कहासुनी होने लगी।
पारा शिक्षक लालदेव असुर व राम स्वरूप खड़िया वहां से अपने घर के लिए निकले तभी छोटू मुंडा ने साथियों के साथ दोनों का पीछा किया और सुनसान जगह पर दोनों की लाठी-डंडे से पीट कर हत्या कर दी और दोनों शवों को वहीं झाड़ियों में छिपा दिया। एसपी ने बताया कि शेष तीन आरोपितों को भी शीघ्र गिरफ्तार कर लिया जाएगा।