उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश (UP) के माफिया डॉन अतीक अहमद (Atiq Ahmed) की पत्ती शाइस्ता परवीन (Shaista Parveen) पर प्रयागराज पुलिस (Prayagraj Police) ने 25 हजार का इनाम घोषित किया है।
उमेश पाल हत्याकांड (Umesh Pal Murder Case) के बाद से ही शाइस्ता परवीन फरार चल रही हैं। अब उनके खिलाफ भी पुलिस का एक्शन शुरू हो गया है।
उमेश पाल हत्याकांड से 5 दिन पहले का एक CCTV फुटेज सामने आया है, जिसमें एक शार्प शूटर (Sharp Shooter) साबिर शाइस्ता से मिल रहा है। पुलिस को आशंका है कि अतीक अहमद की पत्नी भी वारदात में शामिल हैं।
CCTV फुटेज के सामने आने के बाद पुलिस ने एक्शन शुरू कर दिया
CCTV फुटेज के सामने आने के बाद पुलिस ने एक्शन (Action) शुरू कर दिया है। CCTV फुटेज 19 फरवरी का है। इस फुटेज के अनुसार रात 8 बजकर 57 मिनट शाइस्ता परवीन अतीक के Sharp Shooter बल्ली के घर पहुंची थी।
इसके बाद रात 10 बजकर 20 मिनट पर वह बाहर निकलते हुए दिखाई दे रही है। यानी शाइस्ता परवीन बल्ली शूटर के घर पर 1 घंटा 23 मिनट तक रुकी थीं। CCTV फुटेज में शाइस्ता के साथ Sharp Shooter साबिर भी मौजूद था। साबित उमेश पाल हत्याकांड का आरोपी है और उस पर ढाई लाख का इनाम घोषित है।
ये दोनों अशरफ से बिना पर्ची या ID के मिलते थे जेल में
फिलहाल शाइस्ता फरार है लेकिन बरेली जेल (Bareilly Jail) में बंद अतीक अहमद के भाई अशरफ के दो सदस्यों राशिद और फुरकान को बरेली SIT और बिथरी चैनपुर पुलिस (Bithri Chainpur Police) ने शुक्रवार (10 मार्च) को गिरफ्तार कर लिया था।
ये दोनों अतीक अहमद के पूर्व विधायक भाई अशरफ से जेल में बिना पर्ची या ID के मिलते थे। पूछताछ में पता चला कि जेल के गेट से अंदर तक उन्हें कोई नहीं रोकता था। इससे पहले सात मार्च को पुलिस ने Bareilly Jail के सिपाही शिवहरि और उसके मददगार दयाराम उर्फ नन्हे को संबंधित मामले में गिरफ्तार किया था।
बरेली जेल से की थी एक व्हाट्सएप कॉल
कांस्टेबल (Constable) अशरफ के गिरोह के सदस्यों को बिना पर्ची या किसी अन्य औपचारिकता के उससे मिलने में मदद करता था। वहीं अशरफ ने बरेली जेल से एक व्हाट्सएप कॉल (Whatsapp Call) भी की थी, जिसकी जानकारी प्रयागराज (Prayagraj) में पकड़े गए आरोपी के मोबाइल से मिली थी।
दोनों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि बरेली जेल में बंद अतीक का भाई अशरफ सप्ताह में कम से कम तीन बार अपने गिरोह के सदस्यों से मिलने आता था।
एक मीटिंग (Meeting) करीब 2 घंटे तक चलती थी। बाकी फरार अपराधियों की तलाश में पुलिस की अलग-अलग टीमें लगाई गई हैं।
Prayagraj पुलिस ने एक स्थानीय अदालत को सूचित किया था कि जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटों को 2 मार्च को बाल संरक्षण गृह भेज दिया गया था।