कोलकाता: भारतीय क्रिकेट नियंत्रण बोर्ड (Board of Control for Cricket in India) अध्यक्ष पद से Sourav Ganguly (सौरव गांगुली) के हटाने के निर्णय पर अब राजनीति शुरू हो गई है।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इस पर सवाल उठाया है। उन्होंने दावा किया है कि गांगुली को साजिश के तहत हटाया जा रहा है।
उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए कहा कि अमित शाह के बेटे जय शाह और सौरव गांगुली दोनों के लिए सुप्रीम कोर्ट का आदेश था लेकिन केवल सौरव गांगुली को अध्यक्ष पद से हटाया गया, जबकि जय शाह BCCI पदाधिकारी बने हुए हैं।
गांगुली को जिस तरह से वंचित किया गया है, वह ठीक नहीं : ममता
मुख्यमंत्री बनर्जी सोमवार दोपहर को उत्तर बंगाल रवानगी के दौरान दमदम Airport पर पत्रकारों से वार्ता कर रही थी।
मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं पूरी दुनिया के क्रिकेट प्रेमियों के लिए कह रही हूं कि सौरव गांगुली हमारे लिए गौरव हैं। उन्होंने काफी दक्षता के साथ क्रिकेट खेला था और BCCI का प्रशासन भी संभाला।”
ममता ने कहा कि गांगुली को जिस तरह से वंचित किया गया है, वह ठीक नहीं है और बेहतर होता कि उन्हें ICC में भेजा जाता। जगमोहन डालमिया और शरद पवार (Jagmohan Dalmiya and Sharad Pawar) ICC में थे।
सौरव भी ICC के प्रतिनिधि रह चुके हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) से अनुरोध करूंगी कि सौरव गांगुली को आईसीसी चुनाव में प्रतिद्वंदिता करने दी जाए।