नई दिल्ली: पशुधन के गोबर से धन पैदा करने की योजना गोबरधन का फायदा ज्यादा से ज्यादा किसानों को दिलाने के मकसद से केंद्र सरकार ने मंगलवार को योजना का एकीकृत पोर्टल लांच किया।
केंद्रीय जलशक्ति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा कि इस पोर्टल के माध्यम से गोबरधन योजना के कार्यान्वयन में पादर्शिता बनी रहेगी और उत्तरदायित्व भी सुनिश्चित होगा।
यह योजना जलशक्ति मंत्रालय के तहत चल रही है, जबकि इसका संबंध पशुपालन और डेयरी, कृषि एवं पेट्रोलियम व प्राकृतिक गैस मंत्रालयों से भी है।
इसलिए पोर्टल के शुभारंभ के मौके पर आयोजित प्रेसवार्ता में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेद्र प्रधान और पशुपालन, मत्स्यपालन और डेयरी मंत्री गिरिराज सिंह के साथ-साथ जलशक्ति राज्यमंत्री रतनलाल कटारिया भी मौजूद थे।
प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कृषि मंत्री तोमर ने कहा कि खेती में रासायनिक उर्वरकों का उपयोग बढ़ने के कारण गोबर लोगों ने गोबर के महत्व को भुला दिया।
इसलिए सरकार की कोशिश है कि लोग गोबर उपयोग की ओर लौटे और इसके महत्व को समझे। उन्होंने कहा कि गोबर का उपयोग खाद और गैस के रूप में किए जाने से किसानों को फायदा होगा।
गिरिराज सिंह ने आईएएनएस के एक सवाल पर कहा कि किसानों की आमदनी दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने में गोबर का भी योगदान होगा। गोबर का इस्तेमाल खाद और गैस बनाने में होगा, जिससे किसानों को काफी लाभ मिलेगा।
जलशक्ति मंत्रालय के तहत स्वच्छ भारत मिशन ग्रामीण के दूसरे चरण में गोबर्धन योजना को प्राथमिकता दी गई है।
गोबर के सुरक्षित प्रबंधन के लिए योजना के तहत जिलावार वित्तीय व तकनीकी सहायता राशि का आवंटन किया गया है।