रांची: राज्य के कृषि मंत्री (Minister of Agriculture) बादल पत्रलेख (Baadal Patralekh) ने शनिवार को बोकारो में बर्ड फ्लू (Bird Flu) से मुर्गियों की मौत पर मुर्गीपालकों को मुआवजा (Compensation) देने की घोषणा की है।
उन्होंने कहा कि हाल के दिनों में बोकारो जिले से मुर्गियों के मरने की सूचना आयी थी। विभाग द्वारा मृत मुर्गियों के नमूनों को जांच के लिए भारत सरकार द्वारा चिह्नित कोलकाता एवं भोपाल लेबोरेटरी (Kolkata & Bhopal Laboratory) में भेजा गया था।
वहां से मुगियों की मौत Bird Flu से होने की पुष्टि की गई है। इसके बाद सरकार ने निर्णय लिया कि मुर्गीपालकों को उसका मुआवजा मिले।
मनुष्यों में संक्रमण का अभी तक कोई भी केस राज्य में नहीं आया
कृषि मंत्री ने कहा कि Bird Flu मुर्गियों एवं घरेलू पक्षियों में होने वाली एक घातक संक्रामक विषाणुजनित रोग (Infectious Viral Disease) है और मनुष्यों में भी इसके संक्रमण का खतरा रहता है।
लेकिन, मनुष्यों में संक्रमण का अभी तक कोई भी केस राज्य में नहीं आया है।
उन्होंने कहा कि भारत सरकार द्वारा निर्धारित कार्य योजना के तहत रोग के नियंत्रण के लिए कार्रवाई करते हुए विभाग द्वारा बीमारी फैलने के स्थान से एक किलोमीटर के दायरे में सभी मुर्गियों का वैज्ञानिक ढंग से निस्तारण कर दिया गया है, जिन मुर्गी पालकों (Chicken Farmers) के मुर्गियों का निस्तारण किया गया है, उन्हें इसका मुआवजा देने की कार्रवाई प्रक्रियाधीन है।
सूचना मिलने के साथ ही निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की जा रही
उन्होंने कहा कि बोकारो में अभी स्थिति पूर्णतः नियंत्रण में है तथा कोई नया मामला प्रकाश में नहीं आया है। इस बीमारी से वहां किसी भी व्यक्ति को अबतक संक्रमण नहीं हुआ है।
वहीं, कहा कि 3 मार्च को रांची में भी Bird Flu की पुष्टि हुई है। सूचना मिलने के साथ ही निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार कार्रवाई की जा रही है।
कृषि मंत्री ने लोगों से नहीं घबराने की अपील की। उन्होंने कहा कि सरकार अपने स्तर पर रोग को नियंत्रित करने के लिए हर प्रयास कर रही है।
उन्होंने लोगों से अपील करते हुए कहा कि होली का त्योहार हर्षोल्लास के साथ बिना किसी प्रकार के भय के मनाएं।