रांची: झारखंड में एक बार फिर से बिजली संकट गहरा गया है। इस कारण लोड शेडिंग करनी पड़ी और दो से चार घंटे तक की बिजली कटौती जिलों में की गई।
वहीं, रूरल एरियाज में तो दिन भर में चार घंटे तक बिजली की आपूर्ति बंद रही। इससे पब्लिक की परेशानी बढ़ गई है।
बता दें कि शुक्रवार को भी केंद्रीय कोटे से कम बिजली मिली, इस कारण दिन भर बिजली की कटौती जारी रही।
राज्य में बिजली की मांग 1520 मेगावाट थी, लेकिन आपूर्ति केवल 1098 मेगावाट ही रही। इस तरह 430 मेगावाट बिजली की कटौती की गई।
मालूम हो कि केन्द्रीय कोटे के तहत एनटीपीसी और एनएचपीसी से राज्य को 900 मेगावाट बिजली मिलनी चाहिए, लेकिन अभी केवल 615 मेगावाट बिजली ही मिल रही है।
जेबीवीएनएल निदेशक की अपील
इधर बिजली वितरण निगम लिमिटेड के निदेशक संचालन केके वर्मा ने राज्य के उपभोक्ताओं से अपील की है कि अगले पांच दिनों तक उपभोक्ता संयम बरतें।
खासकर व्यावसायिक और औद्योगिक प्रतिष्ठान पीक आवर में एक साथ सभी उपकरण नहीं चलाएं।
अभी कोयले की कमी के कारण पूरे देश में बिजली की कमी है। अधिक पैसे खर्च करने के बावजूद बिजली नहीं मिल रही है।
रांची में 11 से नो पावर कट
राजधानी में निर्बाध आपूर्ति के लिए रांची एरिया बोर्ड के एमडी प्रभात कुमार श्रीवास्तव ने सभी अभियंताओं के साथ मीटिंग की और दस अक्टूबर तक मरम्मत के सारे काम पूरा करने को कहा।
11 से 16 अक्टूबर तक मरम्मत के लिए किसी भी एरिया में बिजली बंद नहीं करने का निर्देश दिया। 12 से 15 अक्टूबर तक विद्युतकर्मियों की विशेष तैनाती पूजा पंडालों में करने का भी निर्देश दिया।