Pramod Krishnam in Congress: कांग्रेस (Congress) के टिकट पर लखनऊ सीट (Lucknow Seat) से 2019 का लोकसभा चुनाव लड़ने वाले आध्यात्मिक गुरु आचार्य प्रमोद कृष्णम (Guru Acharya Pramod Krishnam) से जुड़े सूत्रों ने बताया है कि वो निकट भविष्य में Congress से अपनी राह अलग कर सकते हैं।
हालांकि, उन्होंने Congress से अपने अलग होने से जुड़े कयासों को ना ही कभी खारिज किया और ना ही उसकी पुष्टि की, लेकिन अब उनके करीबी सूत्रों ने दावा किया है कि वो इस संदर्भ में अंतिम निर्णय ले चुके हैं।
राजनीति जिम्मेदारियों का खेल
कृष्णम ने कहा,”राजनीति जिम्मेदारियों का खेल है। अभी तक ना ही मैंने Congress छोड़ा है और ना ही कांग्रेस ने मुझे छोड़ा है।”
बता दें कि आचार्य प्रमोद कृष्णम ने राम मंदिर को लेकर BJP का समर्थन कर हलचल मचा दी थी। इसके अलावा उन्होंने 19 फरवरी को संभल में कल्कि धाम मंदिर का शिलान्यास करने के लिए प्रधानमंत्री को आमंत्रित भी किया।
आचार्य प्रमोद कृष्णम हाल ही में राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
उन्होंने कहा था, “राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से किसी पर कोई रोक नहीं है, लिहाजा मेरा इस कार्यक्रम में शामिल होना कोई अपराध नहीं है। वहीं, प्रधानमंत्री मोदी या मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पर भी कोई प्रतिबंध नहीं है।
हालांकि, अगर कांग्रेस को लगता है कि मैंने कोई अपराध किया है, तो मैं हर प्रकार की सजा भुगतने के लिए तैयार हूं।
आचार्य ने अपने पोस्ट में कहा था…
उन्होंने आगे कहा, “हां, मैं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिला था और मैंने उन्हें 19 फरवरी को होने वाले कल्कि धाम कार्यक्रम में शामिल होने के लिए आमंत्रित किया था। वहीं, इससे पहले मैं PM नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) से मिला था और मैंने उन्हें शिलान्यास करने के लिए आमंत्रित किया था। मुझे पूरा विश्वास है कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री दोनों ही इस कार्यक्रम में शामिल होंगे।
इस बीच PM ने X पर आचार्य प्रमोद कृष्णम को प्रतिक्रिया दी, जिसमें उन्होंंने कहा, “आस्था और भक्ति से जुड़े इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। निमंत्रण के लिए आपका हृदय से आभार आचार्य प्रमोद कृष्णम जी।”
इससे पहले आचार्य ने अपने पोस्ट में कहा था, ““मुझे 19 फरवरी को आयोजित होने वाले “श्री कल्कि धाम” के शिलान्यास समारोह में भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री आदरणीय नरेंद्र मोदी जी को आमंत्रित करने का सौभाग्य मिला। इसे स्वीकार करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री जी का हृदय से आभार एवं धन्यवाद।”
गौरतलब है कि प्रियंका गांधी वाड्रा के सलाहकार कहे जाने वाले आचार्य प्रमोद कृष्णम UPCC प्रमुख नहीं बनाए जाने से नाराज हैं।