प्रयागराज: 208 आर्मी पायलट कोर्स के 26 आर्मी एविएटर्स को उड़ान प्रशिक्षण के सफल समापन अवसर पर वायु सेना स्टेशन बमरौली में बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल (बीएफटीएस) में समापन समारोह आयोजित किया गया।
कमांडिंग ऑफिसर ग्रुप कैप्टन अमित हरि कुलकर्णी के कुशल मार्गदर्शन में ये नवोदित एविएटर्स पिछले पांच महीनों से इस कोर्स के लिये कठोर उड़ान और जमीनी प्रशिक्षण के पाठ्यक्रम में कार्यरत रहे।
समारोह के दौरान, एयर कमोडोर चौरसिया ने स्नातक अधिकारियों को प्रमाण पत्र और प्रशिक्षण के दौरान उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वालों को ट्रॉफी प्रदान की।
कैप्टन अतुल तोमर को जमीनी पाठ्यक्रम में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिये, कैप्टन आशीष कटारिया को उड़ान में प्रथम आने के लिये और बेस्ट इन ओवरॉल मेरिट की ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
बीएफटीएस के प्रशिक्षिकों में स्क्वाड्रन लीडर अनुराग सैनी और स्क्वाड्रन लीडर आर कार्तिक को सर्वश्रेष्ठ प्रशिक्षक घोषित किया गया और ट्रॉफी से सम्मानित किया गया।
एयर कमोडोर ए.के चौरसिया ने अधिकारियों को बधाई दी और युवा अधिकारियों को कुशल विमानवाहक में बदलने की अपनी समृद्ध परम्परा के लिए बीएफटीएस की प्रशंसा की।
विमानन प्रौद्योगिकी में तेजी से आ रहे बदलाव की चर्चा करते हुए उन्होंने इन पायलटों की भूमिका पर प्रकाश डालते हुए, उन्हें याद दिलाया कि “हेलीकॉप्टरों के सैन्य एविएटर्स में लोगों की जान बचाने और लोगों को मुश्किल से निकालने में त्रुटि की कोई गुंजाइश नहीं है।“
समीक्षा अधिकारी ने अधिकारियों से भविष्य की लड़ाइयों की आवश्यकता और प्रकृति के सम्बंध में अपने आप को अपडेट रखने का आग्रह किया।
रक्षा मंत्रालय के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी ने बताया कि प्रयागराज स्थित बेसिक फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल, बमरौली, भारतीय वायु सेना का एक प्रमुख उड़ान प्रशिक्षण संस्थान है।
इसकी स्थापना 16 दिसम्बर 1987 को एचपीटी-32 विमानों पर पायलटों को प्रारम्भिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए की गई थी। 05 जुलाई 1999 से बी.एफ.टी.एस की भूमिका भारतीय सेना, नौसेना और तटरक्षक बल के अधिकारियों को प्रशिक्षित करने के लिए बदल दी गयी थी।
हेलीकाप्टर चंद भारतीय सेना के अधिकारियों को प्रारंभिक उड़ान प्रशिक्षण देने के लिए 26 दिसम्बर 2005 में इस स्कूल को चेतक हेलीकाप्टर से पुनः सुसज्जित किया गया।
ग्रुप कैप्टन अमित हरि कुलकर्णी को दिसम्बर 2002 में भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग पायलट के रूप में कमीशन किया गया था। वह कैट ए क्वालिफाइड ट्रेनिंग इंस्ट्रक्टर हैं और उन्हें 3500 घंटों से अधिक उड़ान का अनुभव है।
एयर कमोडोर ए.के चौरसिया, एयर ऑफिसर कमांडिंग, वायु सेना स्टेशन बमरौली समापन समारोह के समीक्षा अधिकारी थे। उन्हें दिसम्बर 1988 में फ्लाइंग पायलट के रूप में भारतीय वायु सेना में कमीशन किया गया था।
वायु अधिकारी ने कई कमांड और स्टाफ नियुक्तियां भी कीं जिनमें एक स्क्वाड्रन की कमान, एक फ्लाइंग स्टेशन के स्टेशन कमांडर शामिल हैं। उन्होंने कमांड और एयर हेड क्वार्टर में कई महत्वपूर्ण पदों को सुशोभित किया है।