मुंबई: महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए राज्य में लॉकडाउन लगाने की तैयारी शुरू कर दी गई है। इसलिए महाराष्ट्र में जल्द ही लॉकडाउन लागू किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने रविवार को कोरोना टास्क फोर्स के अधिकारियों के साथ बैठक की। बैठक में ठाकरे ने कहा कि राज्य में लोग कोरोना नियमावली का कठोरता से पालन नहीं कर रहे हैं।
इसलिए राज्य में कोरोना संक्रमितों की संख्या प्रतिदिन बढ़ रही है। इसलिए राज्य में लॉकडाउन जैसे कठोर कदम उठाए जाने की तैयारी करना आवश्यक है।
मुख्यमंत्री ने प्रशासन को लॉकडाउन की सारी तैयारी करने का आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मंत्रालय और अन्य शासकीय कार्यालयों में आगंतुकों का प्रवेश वर्जित किया जाए।
साथ ही शासकीय व निजी कार्यालयों में सिर्फ 50 फीसदी कर्मचारियों की उपस्थिति में काम करना आवश्यक है।
बैठक में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव डॉ. प्रदीप व्यास ने कहा कि राज्य में कोरोना के बढ़ते मामलों की वजह से स्वास्थ्य सेवा प्रभावित हो रही है।
अस्पतालों में बेड, आक्सीजन सिलेंडर की मांग बढ़ गई है। कोरोना संक्रमितों की अगर संख्या इसी तरह बढ़ती रही तो बहुत जल्द इसकी कमी महसूस की जाने लगेगी।
प्रदीप ब्यास ने कहा कि कई जिलों में कोरोना मरीजों के लिए बेड कम पड़ने लगे हैं।
इसके बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना संक्रमितों की संख्या नियंत्रित करने के साथ ही राज्य की आर्थिक स्थिति को बनाए रखने का वे प्रयास कर रहे थे।
निजी कार्यालयों में कोरोना नियमावली का पालन नहीं किया जा रहा है।
कोरोना संक्रमितों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लोगों की जिंदगी बचाना सरकार की पहली प्राथमिकता है। समय से कठोर कदम उठाना जरुरी है।
इसी वजह से प्रशासन को अनाज की आपूर्ति, औषधि आदि का नियोजन करना जरुरी है। इस तरह की सभी तैयारी पूरी करने के बाद ही लॉकडाउन की घोषणा की जा सकती है।