11 अक्टूबर को है राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का कश्मीर दौरा, चाक-चौबंद की गई सुरक्षा

राष्ट्रपति विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों/स्कॉलर्स को पुरस्कृत करेंगी, दीक्षांत समारोह में 400 छात्रों/स्कॉलर्स को स्वर्ण पदक, पीएचडी और एम.फिल की डिग्रियां मिलेंगी

News Aroma Media

श्रीनगर: राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (Draupadi Murmu) की 11 अक्टूबर की यात्रा से पहले रविवार को पूरी घाटी में कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की गई। राष्ट्रपति 11 अक्टूबर को कश्मीर विश्वविद्यालय के 20वें दीक्षांत समारोह (20th convocation of Kashmir University) को संबोधित करेंगी।

देश की राष्ट्रपति बनने के बाद यह उनकी पहली कश्मीर यात्रा होगी।

राष्ट्रपति विश्वविद्यालय के मेधावी छात्रों/स्कॉलर्स को पुरस्कृत करेंगी। दीक्षांत समारोह में 400 छात्रों/स्कॉलर्स को स्वर्ण पदक, पीएचडी और एम.फिल की डिग्रियां मिलेंगी।

दीक्षांत समारोह के बाद, राष्ट्रपति श्रीनगर में डल झील पर एक लाइट एंड साउंड शो में भाग लेंगी, जहां उपराज्यपाल मनोज सिन्हा 11 अक्टूबर की शाम को डिनर पर उनकी मेजबानी करेंगे।

राष्ट्रपति के सुरक्षा प्रोटोकॉल (Security Protocol) के अनुसार, VVIP दौरे से कुछ दिन पहले कश्मीर विश्वविद्यालय के परिसर को साफ किया जा रहा है।

दीक्षांत समारोह में शामिल होने वाले सभी लोगों की प्रोफाइल की विशेष खुफिया समीक्षा की जा रही है।

सोमवार से पूरे 1500 कनाल कैंपस में विशेष सुरक्षा कर्मी तैनात रहेंगे और कैंपस में प्रवेश को इलेक्ट्रॉनिक और मानव (Electronic and Human) निगरानी के माध्यम से नियंत्रित किया जाएगा।

एक वरिष्ठ ने कहा, “परिसर के भीतर और बाहर 100 प्रतिशत सुरक्षित वातावरण होना चाहिए और इस उद्देश्य के लिए ड्रोन निगरानी, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, पुलिस, अर्धसैनिक बल और अन्य सभी आवश्यक हाई-टेक गैजेट (High-Tech Gadgets) मौजूद है।”

अधिकारियों ने कहा…

राष्ट्र-विरोधी तत्वों और उपद्रवियों (Anti-National Elements and Miscreants) को दूर रखने के लिए अतिरिक्त सुरक्षा अभ्यास और औचक घेराबंदी और तलाशी अभियान शुरू किए गए हैं।

श्रीनगर शहर में प्रवेश करने वाले सभी वाहनों और पैदल यात्रियों की तलाशी ली जा रही है और राष्ट्रपति की यात्रा से कुछ दिन पहले श्रीनगर और आस-पास के जिलों में मोबाइल बंकर वाहनों और ड्रॉप गेटों की अतिरिक्त तैनाती की गई है।

अधिकारियों ने कहा, “हमारी सभी सुरक्षा व्यवस्थाओं का एक महत्वपूर्ण पहलू यह है कि राष्ट्रपति को 100 प्रतिशत सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए आम आदमी को कम से कम असुविधा होनी चाहिए।”