बीजिंग: 21 नवंबर की रात जी-20 देशों की 15वीं शिखर बैठक वीडियो कॉंफ्रेंस के जरिये उद्घाटित हुई।
चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने पहले चरण की बैठक में भाग लेते हुए महत्वपूर्ण भाषण दिया। उन्होंने अपने भाषण में कोविड-19 महामारी के बाद वैश्विक प्रशासन में जी-20 की भूमिका पर सुझाव दिये।
उन्होंने कहा कि जी-20 को चार पहलुओं में और कोशिश करनी चाहिए।
पहला, विश्व भर में कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिए फायरवॉल बनायी जानी चाहिए।
शी चिनफिंग ने मुख्य तौर पर कोरोना के टीके पर चर्चा की।
उन्होंने कहा कि चीन अपने वायदे का पालन करते हुए कोविड-19 के टीके को विभिन्न देशों की जनता के लिए सुलभ बनाने की कोशिश करेगा।
उन्होंने यह भी कहा कि चीन कोविड-19 टीके के अंतरराष्ट्रीय सहयोग का समर्थन करता है और इसमें सक्रियता से भाग लेता है।
चीन ने कोविड-19 टीके की कार्यान्वयन योजना (कोवाक्स) में हिस्सा लिया है। चीन टीके के अनुसंधान व विकास, उत्पादन और वितरण में विभिन्न देशों के साथ सहयोग मजबूत करने को तैयार है।
दूसरा, विश्व आर्थिक संचालन का रास्ता सुगम बनाया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति शी ने बल दिया कि महामारी का अच्छा नियंत्रण करने की पूर्वशर्त में वैश्विक व्यावसायिक श्रृंखला और आपूर्ति श्रृखंला के सुरक्षित और सुचारू संचालन की बहाली की जानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि हमें नीति और मानदंड के जुड़ाव को मजबूत कर त्वरित मार्ग स्थापित करना चाहिए, ताकि लोगों की व्यवस्थित आवाजाही को सुविधा मिल सके।
चीन ने न्यूक्लिक ऐसिड टेस्ट के परिणाम और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय में प्रचलित क्यूआरकोड पर आधारित अंतर्राष्ट्रीय हेल्थ कोड पारस्परिक स्वीकार तंत्र स्थापित करने का सुझाव दिया है।
आशा है कि अधिकाधिक देश इसमें अवश्य भाग लेंगे।
तीसरा, डिजिटल अर्थव्यवस्था की प्रेरक भूमिका निभायी जानी चाहिए।
महामारी से नयी तकनीक, नये बिजनस मॉडल और नये मंच का जोरदार विकास हो रहा है।
संपर्क रहित अर्थव्यवस्था के विकास को गति मिली है, जिसने आर्थिक विकास के लिए एक नया रास्ता बनाया है।
चीनी राष्ट्रपति शी ने विभिन्न दशों के हाई-टेक उद्यमों के लिए न्यायपूर्ण प्रतिस्पर्धा वातावरण तैयार करने पर खास जोर दिया है।
और चौथा, अधिक समावेशी विकास पूरा किया जाना चाहिए।
राष्ट्रपति शी ने कहा कि चीन ने कठिनाई दूर कर जी-20 के संबंधित कर्ज टालने के प्रस्ताव को लागू किया है, जिसकी कुल रकम 130 करोड़ अमेरिकी डॉलर से अधिक है।
महामारी में महिलाओं की मदद और अनाज सुरक्षा में जी-20 को और कोशिश करनी चाहिए।
शी चिनफिंग ने अपने भाषण में यह भी कहा कि कोविड-19 महामारी से वैश्विक प्रशासन में मौजूद कमजोरी जाहिर हुई है।
हमें एक साथ सलाह-मशविरा, निर्माण और साझा करने के सिद्धांत का पालन कर बहुपक्षवाद, खुलापन व समावेश, पारस्परिक लाभ व सहयोग और समय के साथ बढ़ने पर कायम रहना चाहिए।
यकीनन, जी-20 समूह को इस संदर्भ में अधिक मार्गदर्शन की भूमिका निभानी चाहिए।
हमें संयुक्त राष्ट्र से केंद्रित अंतर्राष्ट्रीय व्यवस्था को मजबूत करना, आर्थिक भूमंडलीकरण के शासन ढांचे को सुधार करना, डिजिटल अर्थव्यवस्था के स्वस्थ विकास बढ़ाना और वैश्विक चुनौती से निपटने की क्षमता उन्नत करनी चाहिए।
(साभार—चाइना मीडिया ग्रुप, पेइचिंग)