नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार को गणतंत्र दिवस परेड के दौरान लाल रंग की पगड़ी पहने नजर आए।
गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान उनके साथ सरकार के अन्य गणमान्य व्यक्ति और विभिन्न दलों के नेता भी नजर आए।
प्रधानमंत्री मोदी पीले डॉट्स के साथ एक लाल रंग की बंधेज पगड़ी पहने दिखाई दिए।
जामनगर की सांसद पूनाबेन मादाम ने ट्वीट कर कहा कि पारंपरिक हलारी पगड़ी क्षेत्र की समृद्ध विरासत का प्रतिनिधित्व करती है।
उन्होंने कहा, जामनगर को अपनी समृद्ध विरासत के लिए जाना जाता है।
गणतंत्र दिवस के मौके पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी को जामनगर की हलारी पगड़ी पहने देखना गर्व की बात है।
मोदी पगड़ी के साथ पारंपरिक कुर्ता-पायजामा और ग्रे रंग की जैकेट पहने हुए थे।
प्रधानमंत्री के अलावा केंद्रीय मंत्री राजनाथ सिंह और नितिन गडकरी ने भी समारोह में मौजूदगी दर्ज कराई।
वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी समारोह में नजर आए।
परेड के दौरान स्कूली बच्चों ने लोक कलाओं और शिल्पों का प्रदर्शन किया, जिनमें बजासल, ओडिशा का भारत के सबसे सुंदर लोकनृत्यों में से एक बजासल भी शामिल रहा।
बच्चों ने अपनी कला में फिट इंडिया मूवमेंट और आत्मनिर्भर भारत की झलक भी पेश की।
पहली बार पड़ोसी मित्र देश बांग्लादेश के सशस्त्र बलों की टुकड़ी ने दिल्ली में राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में भाग लिया। इस टुकड़ी में बांग्लादेश के 122 जवान शामिल हुए।
याद रहे, 16 दिसंबर को भारत में विजय दिवस के रूप में मनाया जाता है।
1971 में इसी दिन पाकिस्तानी सेना ने भारत के सामने समर्पण किया था, जिसके बाद 13 दिन तक चला युद्ध समाप्त हुआ।
साथ ही बांग्लादेश का जन्म हुआ।
बांग्लादेश की टुकड़ी ने 1971 के बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों की विरासत को आगे बढ़ाया, जिन्होंने स्वतंत्रता, न्याय और अपने लोगों के लिए संघर्ष किया।