दिसपुर: असम विधानसभा चुनाव 2021 में कांग्रेस की जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा असम के दो दिनों के दौरे पर हैं।
मिशन असम के तहत दूसरे दिन मंगलवार को वह राज्य के सधारू टी स्टेट पहुंचीं, जहां उन्होंने चाय बागान मजदूरों से मुलाकात की और महिलाकर्मियों के साथ बागान में पारंपरिक रूप से चाय की पत्तियां तोड़ीं।
ज्ञात हो कि हर चुनाव में असम के चाय बागान और मजदूर चुनावी मुद्दा बनते हैं। सभी सियासी दल उन्हें आकर्षित करने के लिए तरह-तरह से प्रयास करते हैं।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा की तेजपुर में एक चुनावी जनसभा भी होनी है।
इससे पहले सोमवार को पहले दिन असम पहुंचीं प्रियंका गांधी ने कामाख्या देवी के मंदिर में पूजा-अर्चना के साथ दो दिवसीय दौरे की शुरुआत की थी।
असम में 126 सदस्यीय विधानसभा के लिए 27 मार्च, एक अप्रैल और छह अप्रैल को तीन चरणों में मतदान होना है।
सोमवार को प्रियंका गांधी सबसे पहले जलुकबारी इलाके में रुकीं, जहां कांग्रेस समर्थकों ने उनका स्वागत किया था।
इसके बाद वह नीलांचल हिल्स स्थित शक्ति पीठ के लिए रवाना हो गई थीं।
प्रियंका ने कहा था कि वह काफी समय से मंदिर आना चाहती थीं और उनकी यह इच्छा पूरी हो गई। मैंने अपने, अपने परिवार और असम के लोगों के लिए प्रार्थना की।
आगामी चुनाव के बारे में पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं भगवान का शुक्रिया अदा करने और उनका आशीर्वाद लेने मंदिर आई हूं। जिन्होंने मुझे बहुत कुछ दिया है।
इससे पहले प्रियंका ने अपने फेसबुक पेज पर असम में अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत कामाख्या देवी मंदिर में दर्शन के साथ करने की जानकारी दी थी।
उल्लेखनीय है कि बीते दिन भी प्रियंका गांधी असम में ही थीं, यहां सबसे पहले उन्होंने कामाख्या देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की थी।
असम में प्रियंका ने कांग्रेस कैंपेन का आगाज किया था, साथ ही केंद्र सरकार पर जमकर हमला बोला था। असम में प्रियंका गांधी का अलग अंदाज दिखा।
यहां उन्होंने आदिवासियों के साथ ट्राइबल डांस किया। गौरतलब है कि एक ओर प्रियंका गांधी वाड्रा ने असम में मोर्चा संभाला हुआ है, तो दूसरी ओर कांग्रेस नेता राहुल गांधी दक्षिण के राज्यों में लगातार प्रचार कर रहे हैं।
तमिलनाडु के बाद राहुल गांधी एक बार फिर केरल का दौरा करने वाले हैं।