नई दिल्ली: कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा गन्ना किसानों के सामने आने वाली समस्याओं को उजागर करने और उनके बकाया भुगतान की मांग को लेकर किसान पंचायतें आयोजित करेंगी।
कांग्रेस बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित करने की योजना बना रही है, जहां प्रियंका गांधी मिल मालिकों द्वारा बकाया भुगतान न करने के मुद्दे को उजागर करेंगी।
प्रियंका गांधी ने हाल ही में मथुरा जिले में एक किसान पंचायत को संबोधित किया, जो तीन केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ पार्टी द्वारा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के 27 जिलों में आयोजित किए जा रहे कार्यक्रमों की श्रृंखला में एक कड़ी थी।
खबरों के अनुसार, गन्ना किसानों को साल 2019-20 का बकाया नहीं मिला है।
साल 2020-21 के विपणन वर्ष में, एसएपी सामान्य किस्म के लिए पहले की तरह 315 रुपये प्रति क्विंटल है। इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है। जबकि गन्ने की अस्वीकृत किस्म के लिए कीमतें क्रमश: 325 रुपये और 310 रुपये प्रति क्विंटल बनी रहेंगी।
यह तीसरा सीधा वर्ष है, जब राज्य सरकार ने गन्ने के मूल्य में वृद्धि नहीं करने का निर्णय लिया है। साल 2017 में योगी आदित्यनाथ की सरकार के सत्ता में आने के बाद एसएपी 2017 में 10 रुपये प्रति क्विंटल बढ़ाया गया था।
किसान एसएपी को 325 रुपये से बढ़ाकर 450 रुपये प्रति क्विंटल करने की मांग कर रहे हैं।