पटना: बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया शुरु हो गई है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार की शाम राज्यपाल फागू चौहान को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
राज्यपाल ने अगली सरकार के गठन होने तक उनसे पद पर बने रहने का आग्रह किया है। उधर 15 नवम्बर को एनडीए के विधायकों की बैठक बुलाई गई है, जिसमें नए नेता का चुनाव होगा।
यह निर्णय आज एनडीए नेताओं की बैठक में लिया गया।
बैठक में लिए निर्णय की जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बताया कि 15 तारीख को सभी घटक दलों के विधायकों की बैठक होगी। बैठक में ही शपथ ग्रहण की तारीख तय होगी।
मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी, जीतन राम मांझी, मुकेश सहनी आदि भी थे। वैसे 16 तारीख को नई सरकार के शपथ ग्रहण की संभावना बताई जा रही है।
इस बीच चकाई सीट से विजयी निर्दलीय विधायक सुमित सिंह ने एनडीए को समर्थन देने की घोषणा की है।
इस्तीफा देने के पहले मुख्यमंत्री ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कैबिनेट की बैठक की। उन्होंने मंत्रियों का आभार जताते हुए कहा कि सभी ने अच्छा काम किया है। खासकर कोरोना संकट के समय उन्होंने उल्लेखनीय काम किया है।
उनके काम को जनता याद रखेगी। काम की बदौलत ही हम दुबारा वापस आये। राज्यपाल को अपना इस्तीफा देने मुख्यमंत्री अकेले राजभवन गये थे। बताते हैं कि दोनों के बीच सरकार के गठन के बारे में भी बात हुई।
भाजपा सूत्रों ने बताया कि 15 तारीख को सुबह में पार्टी के नए चुने गये विधायकों की बैठक होगी।
उसमें विधायक दल का नेता चुना जायेगा। बैठक के बाद सभी विधायक एनडीए की बैठक में शामिल होंगे।
बैठक में एनडीए के सभी घटक दलों के विधायक मौजूद रहेंगे। एनडीए में भाजपा और जदयू के अलावा जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा तथा मुकेश सहनी की पार्टी विकासशील इंसान पार्टी शामिल हैं।
बैठक में नीतीश कुमार के फिर से नेता चुनने की औपचारिकता पूरी की जायेगी। उसके बाद सभी घटक दलों के नेता राज्यपाल से मिलकर सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे।
अगले दिन यानी 16 नवंबर को नयी सरकार के शपथ लेने की संभावना है।