नई दिल्ली: गुस्साए किसानों ने गुरुवार को राष्ट्रीय राजमार्ग-9 को अवरुद्ध कर दिया, जिससे उत्तर प्रदेश को राष्ट्रीय राजधानी से जोड़ने वाला एक प्रमुख फ्लाईओवर पर यातायात बंद हो गया।
ये किसान केंद्र द्वारा पारित तीन कृषि कानूनों के खिलाफ अपनी नाराजगी को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं।
सरकार और किसानों के बीच वार्ता के एक और दौर से पहले उत्तर प्रदेश की सीमा से लगने वाले गाजीपुर में फ्लाईओवर पर प्रदर्शनकारी किसानों की संख्या बढ़ गई है।
हालांकि किसानों ने फ्लाइओवर को पूरी तरह से अवरुद्ध कर दिया है, लेकिन उन्होंने एंबुलेंस जाने देने के लिए थोड़ी सी जगह छोड़ रखी है।
पुलिस अधीक्षक (शहर) गजेन्द्र सिंह ने आईएएनएस को बताया, हमें उम्मीद है कि नाकाबंदी जल्द ही समाप्त हो जाएगी, क्योंकि यह दिल्ली की ओर जाने वाला एक प्रमुख मार्ग है। हम पूरी कोशिश कर रहे हैं।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, पुलिस बल ने सीमा पर सुरक्षा बढ़ा दी है, ड्रोन के माध्यम से निगरानी की जा रही है, कई स्तरों पर बैरिकेड्स लगाए हैं और दोनों सीमाओं को जोड़ने वाले राजमार्ग से यातायात को क्षेत्र के अंदरूनी हिस्से से डायवर्ट कर दिया है।
किसानों ने दिल्ली की ओर जाने वाले राजमार्ग पर बैठकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ नारे लगाए और उनसे कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग की।
इस दौरान मोदी तेरी तानाशाही नहीं चलेगी, जब जब मोदी डरता है, पुलिस को आगे करता है, जय जवान जय किसान, काला कानून वापस लो, जैसे नारे लगे।
सभी की निगाहें अब केंद्र के साथ किसान यूनियनों की बैठक पर टिकी हैं। केंद्र और आंदोलनकारी किसान यूनियनों के बीच मंगलवार को हुई बातचीत नए कृषि कानूनों पर गतिरोध को समाप्त करने में विफल रही।
दिल्ली-हरियाणा और दिल्ली-उत्तर प्रदेश सीमा पर किसान पिछले आठ दिनों से धरने पर बैठे हैं।
सिंघु सीमा पर हजारों किसान डेरा डाले हुए हैं, जबकि कई अन्य समूहों ने दिल्ली-हरियाणा सीमा पर दिल्ली-यूपी गाजीपुर सीमा और दिल्ली-यूपी चिल्ला सीमा पर प्रवेश रोक दिया है।