चंडीगढ़: पंजाब और हरियाणा (Punjab and Haryana) के किसानों का आंदोलन (Farmers Movement) तेज हो गया है। यह किसान खराब फसल के मुआवजे और अन्य मांगों को लेकर चंडीगढ़ में धरना देने जा रहे है।
इधर किसानों की तादाद बढ़ने से नेशनल हाईवे पर लंबा जाम लग गया है। ऐसे में अब ट्राईसिटी के एंट्री प्वाइंट को पुलिस ने सील कर दिया है।
वहीं जीरकपुर, छह फेस, सहित 27 ऐसे एंट्री प्वाइंट है जहां पर पुलिस का पहरा बढ़ाया गया है। यहां पर बैरिकेट्स लगाकर हर एंट्री प्वाइंट पर पुलिस फोर्स तैनात की गई है।
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक, करीब 4000 से भी ज्यादा पुलिस फोर्स चंडीगढ़ में लगाई गई है। इसके अलावा हर एंट्री प्वाइंट पर सीनियर पुलिस अफसर की तैनाती की गई है।
चंडीगढ़ पुलिस ने जीरकपुर में भी बैरिकेडिंग की
पुलिस का कहना है कि किसान चंडीगढ़ में एंटर होने की कोशिश करते हैं तो उन्हें वहीं पर रोका जाएगा, क्योंकि शहर में पहले से ही 144 धारा लगी हुई है। इस दौरान कोई भी प्रवेश नहीं कर सकता है।
हालांकि, जहां किसानों को रोका जा रहा है, वह, वहीं धरना लगाकर बैठने की तैयारी में हैं। पुलिस अफसरों की मानें तो चंडीगढ़ में किसी भी किसान जत्थेबंदी को एंटर नहीं होने दिया जाएगा।
इसके लिए तैयारियां पूरी की जा चुकी है। इसके बाद दोनों पुलिस फोर्स आपस में कोआर्डिनेशन कर किसानों को चंडीगढ़ में दाखिल होने से रोकेंगी।
हरियाणा से भी कई किसान जत्थे बंदियों के आने की सूचना पर चंडीगढ़ पुलिस ने जीरकपुर में भी बैरिकेडिंग की है।
हथियारों से लैस रिजर्व फोर्स तैनात कर दी गई
पुलिस ने चंडीगढ़-जीरकपुर बॉर्डर एरिया (Chandigarh-Zirakpur Border Area) पर बड़े-बड़े ट्रक और टैंकर भी मंगवा लिए गए हैं, ताकि यहां पर पूरा रोड जाम किया जा सके। एक्स्ट्रा पैरामिलिट्री फोर्स (Extra Paramilitary Force) भी पहुंच चुकी है। यहां पर खुद सीनियर अफसर ब्रीफ करते नजर आ रहे हैं।
हाईवे पर लंबा जाम अभी से लग चुका है। चंडीगढ़ के हर बॉर्डर एरिया पर DSP समेत आला अधिकारियों की जिम्मेदारी सौंपी गई है।
दरअसल, पंजाब-हरियाणा की किसान जत्थेबंदियों ने मंगलवार को चंडीगढ़ में धरना देने का एलान किया हुआ है।
चंडीगढ़ पुलिस (Chandigarh Police) ने पंचकूला और मोहाली से लगते शहर के 27 प्रवेशद्वार सील कर दिए हैं। इन सभी जगह बैरिकेडिंग कर हथियारों से लैस रिजर्व फोर्स तैनात कर दी गई है।