नई दिल्ली: दिल्ली विधानसभा में वर्ष 2015 में हुए चुनाव में अरविंद केजरीवाल की अगुवाई में आम आदमी पार्टी ने नया कीर्तिमान रचा था।
कांग्रेस, भाजपा सरीखे राष्ट्रीय दलों की सियासी जमीन पर झाडू फेरते हुए इस नवोदित दल ने राष्ट्रीय राजधानी की सत्ता पर फतह हासिल करने के बाद अब पंजाब की कुर्सी हासिल करने की ओर तेजी से बढ़ रही है।
उल्लेखनीय है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी ने दिल्ली मॉडल का नाम लेकर वोट मांगा था। आप के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार भगवंत मान ने कहा था कि अगर यहां आम आदमी पार्टी की सरकार बनती है तो दिल्ली की तरह यहां भी नीतियों को लागू किया जाएगा।
आप ने अपने घोषणापत्र में बिजली बिल माफी का ऐलान किया है। पंजाब में कुल 117 सीटों पर 20 फरवरी को मतदान हुआ था। राज्य में कुल 1304 उम्मीदवार हैं।