चंडीगढ़: पंजाब की ‘आम आदमी’ सरकार भी अब लग्जरी गाड़ियों में सफर करेगी। बहुत जल्द राज्य के मंत्री लग्जरी फॉच्यूर्नर गाड़ियों में सवार होंगे।
वित्तीय संकट से जूझ रही पंजाब सरकार ने मंत्रियों की गाड़ियों की खरीद के लिए खजाने से 18 करोड़ रुपये की मांग की है। सरकार के इस फैसले पर कांग्रेस ने सवाल खड़े कर दिए हैं।
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने 16 मार्च को शपथ ग्रहण की थी। उसके बाद 19 मार्च को नए मंत्रिमंडल का गठन किया गया।
अभी तक मुख्यमंत्री तथा मंत्री पुरानी गाड़ियों से ही काम चला रहे हैं। तर्क दिया गया है कि वर्तमान में मंत्रियों के काफिले में चल रही ज्यादातर गाड़ियां अपना जीवनकाल पूरा कर चुकी हैं।
राज्य सरकार कैबिनेट मंत्रियों के लिए फॉच्यूर्नर गाड़ियों के अलावा कुछ इनोवा गाड़ियां भी खरीदने जा रही है। यह इनोवा क्रिस्टा गाड़ियां विधायकों तथा सीएम कार्यालय के साथ जुड़े अधिकारियों को दी जाएंगी।
भगवंत मान सरकार में वित्त मंत्री हरपाल चीमा तथा महिला एवं बाल विकास मंत्री डॉ. बलजीत कौर को पहले ही फॉच्यूर्नर गाड़ी दी जा चुकी है।
अन्य कैबिनेट मंत्रियों के पास 2016 से लेकर 2021 मॉडल की इनोवा क्रिस्टा गाड़ियां हैं। इन मंत्रियों को नई गाड़ियां देने को लेकर परिवहन विभाग द्वारा फाइलें तैयार करके वित्त विभाग को भेजी जा चुकी हैं।
पंजाब पहले ही तीन लाख करोड़ के कर्ज तले दबा हुआ है
मंत्रियों को नई गाड़ियां दिए जाने की खबर मिलते ही कुछ विधायक सक्रिय हो गए और उन्होंने बाकायदा परिवहन मंत्री को आवेदन देकर अपनी पुरानी गाड़ियां बदलने की मांग रखी।
परिवहन विभाग ने मंत्रियों तथा विधायकों की संयुक्त मांग पर एक ड्राफ्ट तैयार करके वित्त विभाग को भेज दिया है।
वित्त विभाग ने संबंधित कंपनियों से कुटेशन भी मंगवा ली हैं जिसके आधार पर गाड़ियों की खरीद के अनुमानित बजट को अंतिम रूप दिया जाएगा। मुख्यमंत्री द्वारा गाड़ियों की खरीद को लेकर सहमति दी जा चुकी है।
पंजाब सरकार के इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए कांग्रेस विधायक एवं पूर्व मंत्री परगट सिंह ने कहा कि पंजाब के आप विधायकों को वीआईपी बनने की जल्दबाजी है। मंत्री और विधायक लग्जरी गाड़ियों की मांग रहे हैं। पंजाब पहले ही तीन लाख करोड़ के कर्ज तले दबा हुआ है।