भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी के बहुचर्चित नाबालिग यौन शोषण प्यारे मियां मामले की एक पीड़ित की मौत के बाद शुक्रवार को राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग (एनसीपीसीआर) ने पूरी घटना पर संज्ञान लेते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग (डब्ल्यूसीडी) प्रमुख सचिव के नाम पत्र लिखा है जिसमें आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो ने कहा है कि 27 जनवरी को घटना की जांच करने केंद्रीय दल भोपाल आ रहा है।
घटना की संपूर्ण जांच रजिस्ट्रार एनसीपीसीआर अनु चौधरी के नेतृत्व में पांच सदस्यीय टीम करेगी जिसमें राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग तथा एम्स नई दिल्ली से विशेषज्ञ रहेंगे।
पत्र में कहा गया है कि यह टीम महिला एवं बाल विकास विभाग (डब्ल्यूसीडी) के सभी प्रमुख पदाधिकारियों से मुलाकात करेगी।
साथ ही टीम द्वारा डीएम भोपाल, संबंधित पुलिस अधीक्षक, बालिका गृह की सभी बालिकाओं एवं कर्मचारियों, परामर्शदाताओं के साथ बातचीत की जाएगी।
इसके अलावा यह टीम बाल कल्याण समिति भोपाल (सीडब्ल्यूसी ), जांच अधिकारी, जिन्हें हाल ही में नाबालिग की मृत्यु की घटना के संबंध में नियुक्त किया गया है और डॉक्टर्स/एक्सपर्ट्स, जिन्होंने पोस्टमॉर्टम करवाया है।
साथ ही बालिका गृह में रह रहीं इस केस से संबंधित शेष बालिकाओं, उनके माता-पिता या अन्य जो इससे संबंधित हैं से सभी आवश्यक बिन्दुओं पर बातचीत करेंगे।
साथ ही कहा गया है कि यह अपेक्षित है कि सभी प्रदेश के संबंधित अधिकारी आवश्यक जानकारी उक्त जांच टीम को मुहैया कराएंगे।
टीम को मामले के संबंध में हाल ही में मौत के दस्तावेज जिसमें दर्ज एफआईआर की प्रति, मृतक की रिपोर्ट, सीसीटीवी की जांच रिपोर्ट, बच्चों के घर या घर के आस-पास के क्षेत्र की फुटेज, बालिकाओं के संस्था द्वारा तैयार की गई व्यक्तिगत देखभाल योजना और सभी पीड़ित बालिकाओं की होम स्टडी रिपोर्ट और केस से जुड़ी अन्य जानकारी उपलब्ध कराई जाएगी।
वहीं, एक महत्वपूर्ण बात इस पत्र में लिखी गई है जिसमें कानूनगो ने आयोग की तरफ से कहा है कि बाल गृह में रहने वाली नाबालिग पीड़ितों को पर्याप्त सहायता, उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करना, घर पर सुरक्षा और बच्चों के सर्वोत्तम हित में उचित कदम उठाने के लिए शासन-प्रशासन इस संबंध में जिला बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) के आदेशों के अनुसार निर्णय लेवे।
उल्लेखनीय है कि भोपाल के रातीबड़ इलाके में जुलाई 2020 नाबालिग लड़कियों के यौन शोषण की घटना जिसमें मुख्य आरोपित प्यारे मियां है के मामले में अब तक एक नाबालिग पीड़िता की मृत्यु हो चुकी है ।
मामले की गंभीरता को देखते हुए मंगलवार को कलेक्टर अविनाश लवानिया ने न्यायायिक जांच के आदेश दे दिए थे ।
पूरे मामले में कमला नगर थाना पुलिस ने मंगलवार को जांच शुरू की थी ।
जांच के बाद बालिका गृह संरक्षण की अधीक्षिका एंटोनिया इक्का कुजूर को पश्चात भर्ती में स्थानान्तरित कर दिया गया और नई अधीक्षिका योगिता मुकाती को नियुक्त किया गया था ।
इसके बाद शुक्रवार शाम कमीशनर भोपाल कवीन्द्र कियावत ने अधीक्षिका के निलंबन के आदेश जारी कर दिए हैं।
वहीं मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने यौन शोषण मामले की पीड़ित बच्ची की मौत की जांच एसआईटी से कराए जाने की घोषणा की है।