नई दिल्ली: जामिया मिलिया इस्लामिया की कुलाधिपति और मणिपुर की राज्यपाल डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने जामिया के डॉ. जाकिर हुसैन पुस्तकालय को उपहार के रूप में कुरान भेंट की है।
डॉ. हेपतुल्ला को यह कुरान सऊदी अरब के दिवंगत सम्राट हिज हाइनेस किंग अब्दुल्ला बिन अब्दुलअजीज अल सऊद द्वारा भेंट की गई थी।
डॉ. नजमा हेपतुल्ला ने शनिवार को इस पुस्तकालय के पुर्नसज्जित रीडिंग रूम का उद्घाटन किया।
उन्होंने विश्वविद्यालय को किस्वा (एक बड़ा कपड़ा जो काबा को ढकता है ) का एक फ्रेम किया हुआ टुकड़ा भी प्रदान किया।
गौरतलब है कि साल 2019 में 15 दिसंबर को जामिया की लाइब्रेरी में हुए पुलिस एक्शन के दौरान लाइब्रेरी को खासा नुकसान पहुंचा था।
लाइब्रेरी की सीटें, शीशे, दरवाजे, खिड़कियां, कंप्यूटर, टेबल-कुर्सी और सीसीटीवी को नुकसान पहुंचा था। इसके कारण लाइब्रेरी कई दिनों तक बंद भी रही। बाद में मरम्मत के उपरांत इसे खोल दिया गया था।
प्रो. नजमा अख्तर , कुलपति, जामिया ने लाइब्रेरी में आयोजित एक समारोह में विश्वविद्यालय की ओर से पवित्र कुरान प्राप्त की।
इस दौरान डॉ. हेपतुल्ला ने कहा कि उन्होंने जामिया को यह उपहार पेश करने के लिए सबसे उपयुक्त जगह के रूप में पाया। इतनी सारी चुनौतियों के बावजूद विश्वविद्यालय को और अधिक ऊंचाइयों तक ले जाने में उन्होंने कुलपति प्रोफेसर नजमा अख्तर के प्रयासों की सराहना की।
उन्होंने दोहराया कि वह मेडिकल कॉलेज और अस्पताल स्थापित करने में विश्वविद्यालय की मदद करने के लिए अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रही हैं।
जामिया की कुलपति, प्रोफेसर नजमा अख्तर कहा कि इस नेक काम के माध्यम से माननीय कुलाधिपति ने हमें कुरान का एक संदेश दिया है। शिक्षा के राष्ट्रीय उद्देश्यों के लिए ज्ञान निर्माण की दिशा में पढ़ना, अनुसंधान और योगदान करना।
प्रोफेसर अख्तर ने कहा कि वर्ष 2020 चुनौतियों से भरा था और विश्वविद्यालय ने उन चुनौतियों को अवसरों में बदल दिया। उन्होंने कोविड -19 महामारी के प्रकोप के बाद से की गई गतिविधियों के बारे में विस्तार से बताया।
कुलपति ने बताया कि दिल्ली में कोविड-19 मामलों में गिरावट के साथ, विश्वविद्यालय का ऑनलाइन शिक्षण जारी रहेगा, लेकिन व्यावहारिक अनुसंधान और प्रैक्टिकल अनुभव के लिए निकट भविष्य में विज्ञान के छात्रों के लिए कुछ ऑफलाइन शैक्षणिक गतिविधियों को शुरू करने की उम्मीद है।
प्रो अख्तर ने कहा, मैं आप सभी के साथ साझा करके बहुत खुश हूं कि विश्वविद्यालय का शताब्दी कन्वोकेशन है और जिसके लिए हमने माननीय प्रधानमंत्री से मुख्य अतिथि के रूप में आभासी मोड के माध्यम से इस अवसर की शोभा बढ़ाने का अनुरोध किया है।
कुलपति ने समारोह के दौरान डॉ. विजया भाम्भ्री, एसोसिएट प्रोफेसर, कला शिक्षा विभाग, ललित कला संकाय, जामिइ द्वारा खूबसूरती से तैयार किया हुआ डॉ. हेपतुल्ला का पोट्रेट उन्हें भेंट किया।