रांची: बिहार की राजधानी पटना में बीते 13 जुलाई को भाजपा कार्यकर्ताओं पर हुए लाठीचार्ज और एक कार्यकर्ता की मौत के मामले (Worker Death Cases) की रिपोर्ट जांच समिति के संयोजक रघुवर दास (Raghuvar Das) ने बुधवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है। इस रिपोर्ट में हिंसा को राज्य सरकार द्वारा प्रायोजित बताया गया है।
घटना के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) ने झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रघुवर दास की अध्यक्षता में चार सदस्यीय कमेटी बनाई थी।
15 जुलाई को रघुवर दास के साथ टीम के सदस्य सांसद मनोज तिवारी, सांसद बीडी राम और सांसद सुनीता दुग्गल ने पटना का दौरा कर मामले सघन की जांच की थी।
कार्यकर्ताओं के सिरों पर गंभीर चोटें आईं
कमेटी ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि बिहार के लोगों और कार्यकर्ताओं से बात कर एक चीज बिल्कुल स्पष्ट हुई कि उस दिन की घटना राज्य प्रायोजित हिंसा का हिस्सा है।
पुलिस प्रशासन ने षड्यंत्र करके भाजपा कार्यकर्ताओं (BJP workers) को घेरा और उसके बाद बर्बरतापूर्ण लाठीचार्ज किया। पुलिसकर्मियों ने महिला देखा न पुरुष, सभी पर ताबड़तोड़ लाठियां बरसाईं।
इससे बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं के सिरों पर गंभीर चोटें आईं। साथ ही कई कार्यकर्ताओं के हाथ भी टूट गए हैं। समिति ने मामले की न्यायिक या CBI जांच कराने की सिफारिश की है।