नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अनुसूचित जाति के छात्रों की छात्रवृत्ति रोकने जाने के फैसले को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर हमला बोला है।
उन्होंने कहा कि आरएसएस/भाजपा के दृष्टिकोण में अनुसूचित जाति या आदिवासी समाज के बच्चों की पहुंच शिक्षा तक नहीं होनी चाहिए, तभी तो बच्चों को छात्रवृत्ति को अटका दिया गया है।
वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने रविवार को ट्वीट कर कहा कि ‘भारत को लेकर भाजपा/आरएसएस की सोच के अनुसार, आदिवासियों और दलितों की शिक्षा तक पहुंच नहीं होनी चाहिए।
एससी-एसटी छात्रों की छात्रवृत्ति रोकना लक्ष्य को हासिल करने के लिए गलत तरीके को भी सही साबित करने का उनका तरीका है।
अपने ट्वीट के साथ राहुल गांधी एक समाचार भी साझा किया है, जिसमें बताया गया है कि केंद्र सरकार की ओर से वित्तीय मदद बंद होने के बाद अनुसूचित जाति के छात्रों के लिए 60 लाख रुपये की छात्रवृत्ति अटक गई है।
ऐसे में 11वीं और 12वीं कक्षा के अनुसूचित जाति के 60 लाख का भविष्य अधर में पड़ गया है।
दरअसल छात्रों की मदद करने वाली केंद्र सरकार की एक अहम योजना, राज्यों को केंद्र से मिलने वाली वित्तीय मदद 2017 के एक फॉर्मूले के तहत बंद हो जाने के बाद 14 से अधिक राज्यों में लगभग बंद हो चुकी है।
इसी रिपोर्ट को आधार बनाकर कांग्रेस नेता ने केंद्र सरकार पर निशाना साधा है।