Rahul from Amethi and Priyanka from Rae Bareli.: अमेठी से राहुल गांधी और रायबरेली से प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) का चुनाव लडऩा तय है। कांग्रेस ने इन दोनों सीटों पर आंतरिक सर्वे कराया।
इसकी रिपोर्ट के आधार पर तय हुआ कि दोनों सीटों पर गांधी परिवार से ही प्रत्याशी उतारा जाएगा। प्रियंका अगर रायबरेली (Rae Bareli) से उतरती हैं तो यह उनका पहला चुनाव होगा।
राहुल वायनाड (केरल) से चुनाव लड़ रहे हैं, वहां 26 अप्रैल को वोटिंग है। इसके बाद कांग्रेस कभी भी अमेठी और रायबरेली से प्रत्याशियों का ऐलान कर देगी। दोनों सीटों पर नामांकन की आखिरी तारीख 3 मई है, यहां पांचवें फेज में 20 मई को वोटिंग होगी।
कांग्रेस के सीनियर लीडर और पूर्व केंद्रीय मंत्री ने नाम ना जाहिर करने की शर्त पर कहा कि सोनिया गांधी चाहती हैं कि रायबरेली सीट से प्रियंका और अमेठी से राहुल को उतारा जाए। इस पर सहमति भी बन चुकी है। राहुल-प्रियंका पहले तैयार नहीं थे, लेकिन अब दोनों को मना लिया गया है।
अमेठी और रायबरेली सीट पर मार्च के पहले हफ्ते से लेकर 15 अप्रैल तक इंटरनल सर्वे कराया गया। इसमें Party Workers और निजी एजेंसी भी शामिल हुई। इसमें दो सवाल पूछे गए। राहुल/प्रियंका को लेकर आप क्या सोचते हैं? कांग्रेस सरकार में अमेठी/रायबरेली में किए गए कामों से आप कितना संतुष्ट हैं? इस सवाल पर पंचायत स्तर पर पहुंचकर लोगों का भी फीडबैक लिया गया।
रिपोर्ट में आया कि गांधी परिवार को लेकर पॉजिटिव रिस्पॉन्स है। सर्वे के मुताबिक, अमेठी से राहुल और रायबरेली से Priyanka Gandhi चुनाव जीत सकते हैं। दोनों सीटों की जनता गांधी परिवार को लेकर बहुत ही संवेदनशील है।
कांग्रेस के सीनियर नेता मानते हैं कि अमेठी और रायबरेली कांग्रेस की पारंपरिक सीटें हैं और यहां से गांधी परिवार के सदस्य को ही चुनाव लडऩा चाहिए। गांधी परिवार के बजाय किसी और चेहरे को उतारा तो पार्टी हार सकती है। सीनियर जर्नलिस्ट प्रमोद गोस्वामी कहते हैं कि अमेठी और रायबरेली को गांधी परिवार अभी नहीं छोड़ेगा।
सोनिया ने रायबरेली की जनता को लिखे अपने लेटर में इसका संकेत भी दे दिया था। उन्होंने कहा था- हर मुश्किल में मुझे और मेरे परिवार को वैसे ही संभाल लेंगे जैसे अब तक संभालते आए हैं।
अमेठी में सांसद स्मृति ईरानी को लेकर एंटी इनकंबेंसी भी है। यहां राज्य सरकार ने संजय गांधी अस्पताल को सील कर दिया था। मामला High Court तक पहुंचा। बाद में हाईकोर्ट ने सील खोलने के निर्देश दिए।
इसे लेकर लोगों के मन में नाराजगी है। क्या रायबरेली-अमेठी से पहले किसी और का नाम था? इस सवाल पर कांग्रेस नेता कहते हैं कि नहीं। अभी तक रायबरेली और Amethi Seat पर किसी और के नाम की चर्चा कभी नहीं हुई है। न ही किसी ऑप्शन को लेकर विचार किया गया।