बेंगलुरू: कांग्रेस ने 10 मई को होने वाले विधानसभा चुनाव (Assembly Elections) से पहले लिंगायत समुदाय तक अपनी पहुंच बढ़ाने की हर संभव कोशिश शुरु कर दी है।
इसके लिए राज्य के बागलकोट जिले के कुडाला संगमा में बसवा जयंती समारोह (Basava Jayanti Celebrations) में भाग लेने के लिए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) को शामिल किया है। बसवा जयंती 23 अप्रैल को राज्य भर में लिंगायत समुदाय द्वारा एक त्योहार के रूप में मनाया जाता है।
लिंगायत वोट बैंक को तोड़ने के लिए उत्साहित है
सूत्रों ने शनिवार को यहां बताया कि कांग्रेस, जो भाजपा के वरिष्ठ लिंगायत नेताओं जगदीश शेट्टार और लक्ष्मण सावदी (Jagadish Shettar and Laxman Savadi) के शामिल होने के बाद भाजपा के लिंगायत वोट बैंक को तोड़ने के लिए उत्साहित है, इस अवसर पर समुदाय को लुभाने के लिए तैयार है।
गुरु बसवन्ना (Guru Basavanna) जो कि 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक माने जाते हैं, जिन्होंने लिंगायत धर्म की स्थापना की। उनकी समाधि कुदाल संगम में स्थित है। जहां पर कांग्रेस कार्यक्रम के जरिए यह संकेत देना चाहती है कि वह लिंगायतों के साथ है।
सभी लिंगायत नेता राहुल गांधी के साथ कार्यक्रम में भाग लेंगे
सूत्रों के मुताबिक, कार्यक्रम का आयोजन किसी संगठन ने किया है न कि पार्टी ने। KPCC प्रचार अभियान के अध्यक्ष और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एम.बी. पाटिल (M.B. Patil) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की मेजबानी और कार्यक्रमों के आयोजन की सभी प्रमुख जिम्मेदारियां संभाली हैं। पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष संगमेश्वर मंदिर और बासवन्ना की समाधि जाएंगे।
बाद में उनका कार्यक्रम स्थल पर आयोजित बसवा जयंती कार्यक्रम (Basava Jayanti Program) में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। सूत्रों ने बताया कि समुदाय को संदेश भेजने के लिए कांग्रेस के सभी लिंगायत नेता राहुल गांधी के साथ कार्यक्रम में भाग लेंगे।