मुंबई: महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री एवं राकांपा के प्रवक्ता नवाब मलिक के आरोपों के बाद नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के उप महानिदेशक (उत्तर) ज्ञानेश्वर सिंह ने कहा कि कार्डिलिया द इम्प्रेस क्रूज शिप पर पूर्व सूचना के बाद कानूनी दायरे में रहकर छापेमारी की गई थी।
इस कार्रवाई को लेकर लगाए गए सभी आरोप तथ्यहीन हैं। मामले की सुनवाई कोर्ट में हो रही है और एनसीबी कोर्ट में इन सभी आरोपों का जवाब देगी।
ज्ञानेश्वर सिंह ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि एनसीबी टीम मुंबई को कार्डिलिया द इम्प्रेस क्रूज शिप पर होने वाली ड्रग्स पार्टी की जानकारी मिली थी। इसके आधार पर एनसीबी टीम ने शिप पर 2 अक्टूबर को छापेमारी की थी।
इसके बाद नियमानुसार मामले दर्ज किए। कार्रवाई में बरामद ड्रग्स और 1 लाख 33 हजार रुपये का उल्लेख किया गया है।
साथ ही इस मामले में किरन गोसावी, मनीष भानुशाली सहित कई लोगों को गवाह बनाया गया है। सारा मामला कोर्ट में है, इसलिए वे इस मामले पर ज्यादा नहीं बोलेंगे।
कोर्ट में सभी आरोपों का जवाब देंगे। इस मौके पर एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े भी उपस्थित थे।
महाराष्ट्र के अल्पसंख्यक कार्य मंत्री नवाब मलिक ने क्रूज शिप पर एनसीबी की छापेमारी को लेकर सवाल उठाए थे। इसके बाद एनसीबी ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर नवाब मलिक के आरोपों का जवाब दिया है।