रामगढ़: झारखंड में दुष्कर्म की वारदातें थमने का नाम नहीं ले रही हैं।
बदमाशों का दुस्साहस इस कदर बढ़ गया है कि अब तो राह चलती लड़की को भी उठाकर कुकर्म करने से बाज नहीं आ रहे हैं।
ताजा मामला कुजू ओपी क्षेत्र का है, जहां दुकान से सामान खरीद कर घर लौट रही एक नाबालिग लड़की को रिश्तेदार समेत उसके दोस्त ने रास्ते से अगवा कर सामूहिक दुष्कर्म किया।
इतना ही नहीं, मामले को लेकर मुंह बंद रखने अन्यथा जान से मारने की धमकी भी दे डाली।
घटना 26 जनवरी की शाम कुजू ओपी क्षेत्र की है। पीड़िता द्वारा कुजू ओपी में घटना के 2 दिन बाद दुष्कर्म के विरुद्ध आवेदन दिया गया।
कुज्जू ओपी प्रभारी अजीत भारती ने मामला दर्ज कर त्वरित कार्रवाई करते हुए दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
क्या है मामला
16 वर्षीय नाबालिग ने पुलिस को बताया कि 26 जनवरी की शाम स्थानीय दुकान से सामग्री खरीद कर घर लौट रही थी।
इसी दौरान रिश्तेदार और उसके एक दोस्त ने अकेला पाकर मुंह दबाकर खींचते हुए एक घर में ले गए और बारी-बारी से दुष्कर्म किया।
इस दौरान हमारे द्वारा विरोध करने पर दोनों ने चाकू दिखा कर भयभीत किया।
साथ ही घटना की जानकारी किसी देने पर जान से मार देने की धमकी दी। मैं किसी तरह उन लोगों के चंगुल से छूट कर घर पहुंची।
बहुत हिम्मत जुटाने के बाद इस बात की जानकारी अपनी भाभी और भाई को दी, जिसके बाद हमलोग न्याय के लिए कुजू थाना पहुंचे। पीड़िता का आरोपी रिश्तेदार मैट्रिक का स्टूडेंट है, वहीं उसका दोस्त स्नातक में है।
पीड़िता के परिजनों के साथ मारपीट भी की
पीड़िता द्वारा कुजू ओपी में आवेदन देने की जानकारी पाकर आरोपी दोनों युवक पीड़िता के घर आ धमके। मामले को उठाने के लिए बैठक बुलाई। बैठक में कई जनप्रतिनिधि नेता शामिल थे।
जनप्रतिनिधियों ने भी पीड़िता के परिवार पर मामला उठाने का दबाव बनाया।
परिवार ने मामला उठाने से साफ इनकार कर दिया। इसके बाद पीड़ित परिवार के साथ आरोपियों ने मारपीट की। साथ ही गाली-गलौज भी की।
पीड़िता व परिजनों ने मांगी सुरक्षा
कुजू ओपी प्रभारी अजीत भारती ने कहा कि दुष्कर्म के दाेनाें आराेपियाें को गिरफ्तार कर लिया गया। उक्त आरोपियों पर पोस्को एक्ट के तहत मामला दर्ज कर रामगढ़ जेल भेज दिया गया है।
साथ ही पीड़िता को 164 के बयान दर्ज कराने तथा मेडिकल के लिए सदर अस्पताल रामगढ़ भेजा गया।
पीड़िता को कुजू पुलिस द्वारा पूर्ण रूप से सुरक्षा दी जाएगी। यदि समझौता के लिए जनप्रतिनिधि द्वारा भी पीड़िता और उसके परिवार पर बनाया गया दबाव तो, उन पर भी होगी कार्रवाई।