Rajnath Singh on Congress: लोकसभा चुनाव (Lok Sabha Elections) के पहले चरण की वोटिंग 19 अप्रैल को होनी है। इस बीच सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप- प्रत्यारोप के लगातार तीर चल रहे हैं।
देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह (Rajnath Singh) ने न्यूज एजेंसी ANI को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि जिन लोगों ने इमरजेंसी लगाई थी, वो आज हमें तानाशाह बता रहे हैं।
इमरजेंसी के समय 18 महीने तक रखा गया था जेल में
राजनाथ सिंह ने बताया कि उन्हें इंदिरा गांधी सरकार (Indira Gandhi government) के समय में लगाए गए आपातकाल के दौरान अठारह महीने तक जेल में रखा गया था।
उन्हें उनकी बीमार मां से मिलने तक के लिए पैरोल नहीं दी गई थी और इसी वजह से वो उनके अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके।
अघोषित आपातकाल के आप को किया खारिज
विपक्ष के अघोषित आपातकाल के आरोपों को खारिज करते हुए उन्होंने कहा कि जिन्होंने इमरजेंसी के जरिए तानाशाही लागू की, वे हम पर तानाशाह होने का आरोप लगाते हैं। उन्हें आपातकाल के खिलाफ जेपी आंदोलन के दौरान उन्हें मिर्ज़ापुर-सोनभद्र का संयोजक बनाया गया था।
इमरजेंसी के समय 24 साल थी उम्र
सिंह ने बताया कि वो आपातकाल के दौरान करीब 24 साल के थे और जब पुलिस उन्हें गिरफ्तार करने के लिए घर पर आई तो उनके घर पर कोई हंगामा नहीं हुआ।
उन्होंने कहा, “मेरी नई-नई शादी हुई थी और पूरा दिन काम करने के बाद घर लौटा था। मुझे बताया गया कि पुलिस आई थी। उन्होंने मुझे बताया कि वारंट है। आधी रात के करीब था और मुझे जेल ले जाया गया। मुझे एकांत कारावास में रखा गया था।”