Heart Attack Death : भारत में 50 वर्ष से कम आयु के 5 लाख से अधिक व्यक्तियों की मृत्यु Heart Attack से हुई है। शुक्रवार को इसकी जानकारी राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी (Priyanka Chaturvedi) ने दी।
उन्होंने कहा कि फाइजर (Pfizer) की Vaccine जो अमेरिका में कई लोगों को लगाई गई थी, जब उन पर दबाव आया, तब अब जाकर उन्होंने बताया है कि इस वैक्सीन के क्या-क्या Side Effect हैं। उन्होंने कहा कि शायद हमें इस पर भी आत्मचिंतन करने की आवश्यकता है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने दिए गाइडलाइंस
COVID के गंभीर स्वरूप में स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जो दवाइयां बताई, क्या उसमें कहीं कोई कमी रह गई। प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि यह एक महत्वपूर्ण विषय है।
इस पर खास तौर पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस विषय पर गाइडलाइंस (Guidelines) दिए हैं लेकिन वह इतनी पुख्ता नहीं है कि इस समस्या का समाधान दे सकें।
उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में इसतरह के लोग हैं, जिन्हें हृदय रोग की कोई समस्या नहीं थी, लेकिन अचानक हार्ट अटैक से उनकी मृत्यु हो गई। उन्होंने कहा कि भारत में हार्ट अटैक की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय है।
उन्होंने कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय (Union Health Ministry) को इस विषय पर थोड़ी और ज्यादा Research कर Data एकत्र करना चाहिए।
5 से 6 लाख लोगों की हार्ट अटैक से हुई मृत्यु
इसके जरिए यह देखा जाना चाहिए कि कोरोना के उपरांत क्या प्रभाव हो रहे हैं। इसके साथ ही यह भी देखा जाना चाहिए कि जो दवाई व जो वैक्सीन है, उस लेकर हमें रिसर्च, Framework बनाना पड़ेगा।
उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय को Framework बनाना होगा कि 50 वर्ष से कम आयु के व्यक्तियों में हार्ट अटैक को कैसे काबू में ला सकते है। उन्होंने कहा कि Lancet (रिसर्च पत्रिका) की Study बताती है कि भारत में 5 से 6 लाख लोगों की हार्ट अटैक से मृत्यु हुई है और यह सभी 50 वर्ष से कम आयु के थे।
यह सिर्फ उनके परिवारों के लिए ही बल्कि देश की अर्थव्यवस्था के लिए भी दुख का विषय है। युवाओं की हार्ट अटैक से मृत्यु होना चिंता का कारण है। चतुर्वेदी के मुताबिक कई इसतरह के मामले सामने आए हैं, जहां क्रिकेट (Cricket) खेलते खेलते हुए खिलाड़ी की हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई।